भविष्यवाणी 90


क्या है पवित्र आत्मा का नाम? क्या है रुआख़ हा कोडेश का नाम?

“मैं हूँ माता शेकिनयाह, मुझे माँ बुद्धि भी कहते हैं, मैं याहुवे की महिमा हूँ!”

माता शेकिनयाह की अभिषेक के अंदर लिखा/बोला गया; प्रेरित, भविष्यवक्ता एलीशेबा एलियाहू के माध्यम से; प्राप्त: फरवरी 27, 2007, प्रेषित: अगस्त 27, 2007

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“शेकिनाह" हिब्रू शब्द “हा शेकिनाह” से आता है, जिसका अर्थ है “उनकी उपस्थिति” जिसकी परिभाषा है एक “अलौकिक उपस्थिति” और जिसे मानवता में बसने वाली “याहुवे की प्रत्यक्ष महिमा” को समझा जाता है। शेकिनाह हिब्रू में एक स्त्रीलिंग शब्द है। यूहन्ना 17 में हम याहुवे की महिमा के बारे में यह पड़ते हैं:

वह महिमा जो तू ने मुझे दी मैं ने उन्हें दी है, कि वे वैसे ही एक हों जैसे की हम एक हैं, मैं उन में और तू मुझ में की वे सिद्ध होकर एक हो जाएं, और संसार जाने की तू ही ने मुझे भेजा, और जैसा तू ने मुझ से प्रेम रखा वैसा ही उनसे प्रेम रखा। हे पिता, मैं चाहता हूँ कि जिन्हें तू ने मुझे दिया है, जहां मैं हूँ वहाँ वे भी मेरे साथ हों, कि वे मेरी उस महिमा को देखें जो तू ने मुझे दी है, क्योंकि तू ने जगत की उत्पत्ति से पहले मुझे से प्रेम रखा (यूहन्ना 17:22–24)।

हमें पता है की याहुवे ने याहुशुआ के चेलों को रुआख़ हा कोडेश (पवित्र आत्मा) से अभिषेक किया था जब याहुशुआ स्वर्गलोक लौटे (प्रेरितों 2:2-4)। “माँ” शेकिनयाह, पवित्र आत्मा, याहुवे की महिमा हैं!

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नीचे भविष्यवाणी दी गयी है।

-- जो भविष्यवक्ता एलिशेबा “पवित्र अन्य भाषा” में बोल रही है जैसे परमेश्वर की आत्मा उसे शब्द दे रहे हैं (प्रेरितों २:३-४) स्वर्गदूतों और मनुष्यों के भाषाओं में (१ कुरिंथियों १३:१)। एलिशेबा अन्य भाषा में बोलकर भविष्यवाणी को उजागर कर रही है (१ कुरिंथियों १४:६)।

यहाँ परमेश्वर के येहूदी नामों का जिक्र किया गया है:

जैसे आल्लेलूइया (Alleluia) अथवा हालेलुयाह: (HalleluYAH) הללו–יה का मतलब “याह: की जय” है। याह: अथवा याहु (YAH/ YAHU יה) परमेश्वर का पवित्र नाम है। याहुवे या याहवे: (YAHUVEH or YAHWEH י-ה-ו-ה ), पिता परमेश्वर; याहुशुआ (येशु मसीह) (YAHUSHUA יהושוע), पिता परमेश्वर से उत्पन्न इकलौता पुत्र; हामशीहाख़ (HaMashiach המשיח) का मतलब मशीहा है; एलोहिम (ELOHIM אלוהים) का मतलब परमेश्वर है; यह प्रकाशित सत्या की शेकिनयाह महिमा (SH’KHINYAH GLORY שכניה תפארה) ही रुआख़ हा कोडेश (पवित्र आत्मा) (RUACH HA KODESH רוח הקדש) का व्यक्तिगत नाम है, भी आपको इस वैबसाइट में मिलेगा। हा शेकिनयाह (शेकिनाह) (HA SH’KHINAH שכינה {SHEKINAH}) येहूदी में परमेश्वर के दिव्य उपस्थिती और महिमा को कहा जाता है। उसके उपरांत, अब्बा याह (ABBA YAH אבא יה) का मतलब “पिता याह” है और इम्मायाह (IMMA YAH אמא יה) का मतलब “माता याह” है। येहूदी में परमेश्वर के आत्मा को स्त्रीलिंग माना जाता है और उसी तरह इस वैबसाइट के सारे भविष्यवाणियों और वचनों में आपको वे मिलेंगे।

पवित्र शस्त्रों का उदाहरण KJV और NKJV दिया गया है अगर अन्यथा नहीं है तो।

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पिता याहुवे का एलीशेबा को दिया गया वचन, भविष्यवाणियों से पहले बोलने के लिए:

एलिशेबा मैंने तुझे बहुत पहले ही, जब यह मिनिस्ट्री बना भी न था, बता दिया था की इस मिनिस्ट्री को किसी पुरुष या स्त्री के नाम से नहीं बुलाया जायेगा| मैंने तेरी आत्मा में यह डाल दिया था क्योंकि यह सब कुछ न तो तेरे हाथों से न ही तेरे शब्दों से बना है। बल्कि यह याहुवे (याहवे:) के मुँह से जन्मा है। यह मिनिस्ट्री याहुशुआ (येशु मसीह), तुम्हारे मसीहा के मुँह से जन्मा है। यह मिनिस्ट्री रुआक हा कोडेश (पवित्र आत्मा) जो तुम्हारी ईमायाह (स्वर्गीय माता) है, के मुँह से जन्मा है। अगर यह तेरे मुँह से निकला होता तो कब का विफल हो जाता। यह मिनिस्ट्री शेकिनयाह महिमा (SH’KHINYAH GLORY) की वह हवा जो पूरे विश्व में बहती है, वह पुनर्जीवित करनेवाली पवित्र हवा, से उत्पन्न हुआ है। यह तेरे सासों से नहीं जन्मा अथवा विफल हो जाता। (यशायाह ४२:८)

(भविष्यवाणी 105)

जुलाई २०१० में याहुवे परमेश्वर ने यह निम्नलिखित जोड़ने को कहा उनके लिए जो मजाक उड़ाते हैं:

२ इतिहास ३६:१६ — परन्तु वे परमेश्वर के दूतों को मज़ाक में लेते, उनके वचन को तुच्छ जानते, और उनके नबियों की हंसी उड़ाते थे। अत: याहुवे अपनी प्रजा पर ऐसे क्रोधित हुए कि बचने का कोई उपाय न रहा।

फिर जुलाई 2016 में:

उस पर हाय है जो इन दो अभिषेकितों को हानि पहुंचाने की कोशिश करेगा। तू उस दिन को कोसेगा जब तूने जन्म लिया। मेरे अभिषेकितों को न छूना और न ही इन्हें कोई हानि पहुँचाना (भजन संहिता 105:15; 1 इतिहास 16:22)। तेरे लिए इससे बेहतर यह होगा की मैं, पिता याहुवे, तेरी जुबान को ही उखाड़ डालूँ।

(भविष्यवाणी 128)

और भविष्यवक्ता एजरा से:

मैं उन सब को चेतावनी देता हूँ जो इस मिनिस्ट्री, यह पवित्र भविष्यवाणियों, एलिशेबा और मेरे, और अमाइटिविंड मिनिस्ट्री (AmightyWind Ministry) के विरुद्ध आता है| मैं तुझे चेतावनी देता हूँ, “उन्हें मत हाथ लगा जो याहुवे के अभिषेकित हैं और उनके भविष्यवक्ताओं पे जुर्म न कर” (भजन संहिता १०५:१५) (१ इतिहास १६:२२) कही तुझपर याह की क्रोध की लाठी ना बरस पड़े। परंतु वे जो इस मिनिस्ट्री से आशीषित हैं और इस मिनिस्ट्री को आशीषित और सहायता करते हैं, और वफादार है, और वे जो इस भविष्यवाणियों को ग्रहण करते हैं, उनपर बहुत आशीष रहेगी — ताकि वे सब सुरक्षित रहें जो याह के हैं, याहुशुआ के नाम में।

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एलीशेबा: मुझे स्वर्ग से यह सिखाया गया की कैसे पवित्र आत्मा के नाम का लिखित उच्चारण होगा। उनके नाम में याह का नाम जुड़ा है जैसे याहुशुआ में भी है क्योंकि वही पिता याह के चारों और छाने वाली महिमा की बादल हैं। वे सह-सृष्टिकरता भी हैं अब्बा याह और याहुशुआ के साथ। इसलिए हम उनके नाम को शेकिनयाह लिखते हैं। वे हमेशा पिता याह और याहुशुआ को महीमित करती हैं!

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सिंहासन के समक्ष और कोई पैरवी करने वाला नहीं, याहुशुआ को छोड़ कर। केवल उनके नाम के द्वारा और उनके रक्त बलिदान द्वारा, जिसे नया खून का वाचा कहा जाता है, उद्धार मिलता है।

—पवित्र आत्मा, भविष्यवाणी 90

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उस झूठी “स्वर्ग की रानी” की उपासना मत करो!

ऐसी राक्षसी देवियाँ है, जैसे की असतोरेथ (Ashtoreth), जिनके अनुनायी उसे “स्वर्ग की रानी” कहते हैं। हम किसी राक्षसी देवि की उपासना नहीं करते जैसे की हमारे कुछ दुशमन हम पर झूठा आरोप लगाते हैं! झूठी “स्वर्ग की रानी” याहुवे परमेश्वर से नहीं आई है, परंतु उसे शैतान ने भेजा है! वह पवित्र आत्मा नहीं है, न ही पवित्र त्रिदेव का तीसरा भाग है, बल्कि शैतान की नकल है जो याहुवे परमेश्वर के हर काम की नकल करता है!

कृपया इस झूठे देवी पूजा को भविष्यवाणी 90, 93 में पवित्र आत्मा (रुआख़ हा कोडेश) ने जब खुद को “एकमात्र स्वर्गलोक की रानी” कहा था, उससे तुलना न करें! हम न तो किसी झूठी देवी असतोरेथ न ही कोई और झूठी स्वर्ग की रानी को पूजते हैं! हम (केवल) याहुवे परमेश्वर, मसीहा याहुशुआ और रुआख़ हा कोडेश (पवित्र आत्मा) को पूजते हैं, जिन्हें “स्वर्गलोक की असली रानी” भी कहा जाता है। पिता परमेश्वर, उनके पुत्र, और पवित्र आत्मा का ही स्वर्गलोक पर प्रभुत्व है। क्योंकि पवित्र आत्मा स्त्रीलिंग हैं, इसलिए उन्हें स्वर्ग की “रानी” माना जाता है, राजा नहीं। और जब वह स्त्रीलिंग हैं तो वही “स्वर्गलोक की असली रानी” हैं।

भविष्यवाणी 90 के पीछे कहानी

अगस्त 2007 में लिखा गया

मैं प्रार्थना करती हूँ की मुझे नफरत भरी चिट्ठियाँ नहीं आएंगी, उनसे जिनके अंदर फरिसी की आत्मा है, जिनके पास धर्म है पर याहुवे, याहुशुआ के साथ कोई रिश्ता नहीं; जिनको यह ज्ञात ही नहीं की अभिषेक क्या होता है।

मुझे पता है की मुझे एक पवित्र भविष्यवक्ता का अभिषेक मिला है और यह कोई लोकप्रियता प्रतियोगिता नहीं वरना मैं हार जाती; याहुशुआ ने मुझे यह बात बहुत पहले बता दिया था। जो झूठे भविष्यवक्ता हैं, केवल अच्छे संदेश देते हैं ताकि वे किसी को अप्रसन्न न करें। कृपया इस मिनिस्ट्री के लिए प्रार्थना करें, और मेरे लिए और उन सब के लिए जो इस मिनिस्ट्री के सहायक और सहभागी हैं, और उनमें याहुशुआ के दुल्हन भी शामिल हैं।

मैं याहुशुआ के दुल्हन (दुल्हनों) से निवेदन करता हूँ की मुझे लिखें और अपना परिचय दें। हम किसी दिन आपके देश आएंगे और अगर आप हमारे साथ मिलना चाहें तो हमें एक दूसरे को जान लेना चाहिए। इस दुनिया में मेरे लिए सबसे उत्तम इनामों में से एक है की मैं याहुशुआ के दुल्हनों को जान पाऊँ, जो सचमुच में प्रेम करते हैं, आज्ञा मानते हैं, और अपने जीवन और प्रेम में याहुवे और याहुशुआ को प्रथम रखते हैं।

यह वचन इसलिए मिला क्योंकि मैं प्रार्थना कर रही थी और रुआख़ हा कोडेश (पवित्र आत्मा) का नाम जानना चाह रही थी। रुआख़ हा कोडेश एक उपाधि है, कार्य की व्याख्या है, परंतु वह पवित्र आत्मा का नाम नहीं है।

मैंने वेबसाईट में एक सपना का जिक्र किया था, “दावत मेज का सपना” (Banquet Table Dream), जिसमें मैं कभी भूल नहीं पति उस अथाह प्रेम भरी नजरों को जिससे मुझे एक बुजुर्ग महिला ने देखा था। वह अत्यंत ही सुंदर थीं और उनके चेहरे में न तो कोई झुर्री थी या कोई रेखा, फिर भी मुझे आभास हुआ की वह बुजुर्ग हैं। उनके सफेद लहराते लंबे बाल थे। वे मुझे एक समर्पित माँ की तरह प्रेम करती थी और करती है। यह सब उनके चेहरे और आँखों से साफ झलक रही थी। मैं बता सकती थी की मैं उनके लिए कितनी अनमोल थी। सपने में मैं प्यार से उनके कंधे पर सर रख रही थी।

एलीशेबा शेरी एलियाहू, अगस्त 2007

मिलने की तारीख: अप्रैल 16, 1999

इस सपना का अर्थ ठीक तीन साल बाद उसी तारीख में अप्रैल 16, 2002 में प्रकाशित हुआ!

मैंने एक सपना देखा था जिसमें मैं एक बहुत बड़े हॉल में बैठी हुई थी। मुझे ऐसा महसूस हुआ की मैं इस्राइल में हूँ। मुझे पता है वह अमेरिका नहीं था। मैं एक बहुत सुंदर डैनिंग टेबल में बैठी थी जिसमें लिनन का टेबल क्लॉथ बिछाया गया था और बहुत आकर्षक तरीके से सजाया गया था और बहुत सुंदर चांदी के बर्तन और अन्य बर्तन रखे गए थे, जो मैंने पहले कभी नहीं देखा था। परंतु टेबल में कोई खाना नहीं था। मेरे बगल में एक सुंदर बुजुर्ग महिला थीं जिनके कंधे में मैं अपना सर रखकर उनकी ममता का आनंद ले रही थी.

उस कमरे में एक बुजुर्ग पुरुष भी थे और उन्होंने मुझे बताया था की उस टेबल में सब कुछ आशीषित है, यहाँ तक की कपड़े और चांदी के बर्तन भी! सब कुछ तैयार था। हम मेहमानों की प्रतीक्षा कर रहे थे, विशेषकर एक इंसान या कुछ लोग, मुझे निश्चित पता नहीं, जो वहाँ से थे जहां एक विशेष अंगूर की खेती होती थी जिससे दाखरस बनाया जाता था। उस वाइन के बोतल में “Kiersk” अथवा “Kierska” लिखा गया था। वह बुजुर्ग पुरुष के सर में सफेद बाल थे और मेरे साथ एक प्रेमपूर्ण पिता की तरह पेश आ रहे थे और उन्होंने मुझे वह बोतल दिखाया।

उस दाखरस बोतल के दूसरी तरफ को एक कपड़े के नैप्किन से लपेटा गया था जिसमें मैंने एक फल की टोकरी की कड़ाई की थी, जो बड़े बैंगनी रंग के अंगूर की बेलों से भरे थे। वे अंगूर बहुत बड़े और बहुत रंग-बिरंगी थे। ऐसा लग रहा था की इस नैप्किन की कड़ाई को एक सम्मानित स्थान पर रखा गया था और मैंने उसे अपने करीबी दोस्तों को दिखाया जो मेरे साथ टेबल में बैठे थे। मैंने पहले कभी कड़ाई नहीं की थी।

वह महिला जिसके सहारे मैं बैठी थी, मेरे बहुत करीब थी, एक माँ की तरह। वह आदमी एक पिता की तरह था। मैं उस स्थान में बहुत सुरक्षित और प्रेम से घिरा हुआ अनुभव कर रही थी। मैं बहुत प्रभावित थी और अपने मित्र को बता रही थी की उस डिनर में इस्तेमाल किया गया हर चीज पहले से ही आशीषित है!

वहाँ के रसोईघर में एक खुला स्थान था जहां से हम अंदर देख सकते थे, जब की वह रसोईघर चारों तरफ से बंद था। प्लेटस को अंदर-बाहर किया जा सकता था और हम अंदर देख पा रहे थे, फिर भी मैंने अंदर किसी को नहीं देखा। उस रसोईघर का दरवाजा दाईं ओर था। वह खुला स्थान जहां से हम अंदर देख सकते थे वह बिल्कुल हमारे टेबल के सामने था। हम बस अथितियों की प्रतीक्षा कर रहे थे, विशेषकर उनके लिए जो वहाँ से आते थे जहां नया दाखरस (जो अभी नहीं खोला गया था) बनता था। हम प्रतीक्षा कर रहे थे की वह व्यक्ति या वे लोग पहले वहाँ पहुंचे। स्वप्न की समाप्ति

विभिन्न ईमेल द्वारा स्वप्न के बारे में पुष्टि

प्रिय [एलीशेबा] शेरी,

जिस स्वप्न के बारे में तुमने मुझे बताया, मुझे लगता है वह मेमने का विवाह भोज है!!! उसका संकेत था उस मेज में खाना परोसे जाने से पहले उसका आशीषित होना और वह “डिनर नैप्किन” जिस पर तुमने कड़ाई किया था।

हर कोई अपने कर्मों को प्रभु के सामने पेश करेगा पर वे बस मैले लत्ते भर हैं, पर तुम एलीशेबा शेरी, तुम्हारे कर्मों को याहुशुआ ने इतना आशीषित किया है की तुम्हारा लत्ता एक नैप्किन में बदल गया है।

कड़ाई भी एक प्रकार का बुनाई है और बुनाई एक जाल (web) के जैसा है। उसमें बनाया गया चित्र किसी कार्य में डाला गया समय, श्रम, और देखभाल के प्रतीक है। मुझे लगता है वह नैप्किन तुम्हारे वेबसाईटों का प्रतिनिधित्व करता है। मुझे विश्वास है की वह किचन स्वर्गलोक के प्रतीक है और वह डैनिंग रूम किसी और स्थान को प्रतिनिधित्व करती है। ऐसा लगता है की स्वर्ग में पहुँचने से पहले अभी और भी काम बाकी है इसलिए तुम इस कमरे (डैनिंग रूम) में थी।

याहुशुआ ने यह भी कहा था की वह दाखरस तब तक नहीं पियेंगे जब तक वह वापस न आयें (मत्ती 22:1-14)। कहीं वह वही जगह तो नहीं जहां से वह दाखरस आयेगा? मैं बस अभी इतना ही समझ पायी।

(लिखने वाले के अनुरोध पर नाम को प्रेषित नहीं किया गया है)

दावत मेज सपना का रहस्योद्घाटन

अप्रैल 16, 2002

अप्रैल 16, 2002, रात के 8 बजे, बाइबल पड़ने के दौरान, अब्बा याहुवे ने मुझे दावत मेज सपने के बारे में और भी बातें बताई जो मुझे बिल्कुल इसी दिन 1999 में मिल था।

Kierska ही खेरसा (कुर्सी) है, जो गॅलिली सागर के पूर्वी तट पर एक गांव है। मैं इस स्थान का दिव्य रहस्योद्घाटन की प्रतीक्षा कर रही थी क्योंकि यह वही जगह है जहां से वे दो अथितियां आते हैं जिनकी मैं प्रतीक्षा कर रही थी। वे अपने साथ नया दाखरस लिए आने वाले हैं। ये दो अथिति मेमने के विवाह भोज के बिल्कुल कुछ छन पहले आएंगे।

याहुशुआ यह रहस्य इसलिए उजागर कर रहे हैं ताकि उन दो पुरुषों को बुलाया जा सके जो भविष्यवक्ता हैं और जिनका मैं उस स्वप्न में प्रतीक्षा कर रही हूँ। इनके पास नया दाखरस है और यह उस देश से आते हैं जहां नया दाखरस बनता है (खेरसा)।

हम बहुत उत्साहित हैं क्योंकि यह साबित करता है हम मेमने के विवाह भोज और याहुशुआ का अपने दुल्हन के लिए आने के कितने करीब हैं!

याद रखिए हम प्रतीक्षा कर रहे हैं एक व्यक्ति या कुछ लोगों का जो Kiersk अथवा Kierska से आ रहे हैं जहां दाखरस को बोतल में डाला जाता हैं और एक ताक में रहता है। यह वही जगह है जहां से अंगूर और दाखरस आता है। वह व्यक्ति या लोग जो वहाँ से आते हैं जहां से दाखरस (wine) आता है, बहुत विशेष हैं। मैंने यह नाम वाइन के बोतल में देखा। अगर आप जानते हैं या इस नाम से वाकिफ हैं तो इस मिनिस्ट्री से संपर्क करें।

भविष्यवाणी 90 के प्रकाशन के बाद अगस्त 27, 2007 में लिखा गया

अपने ही स्वरूप के अनुसार एलोहिम ने उसको उत्पन्न किया; नर और नारी के रूप में उन्होंने मनुष्य की सृष्टि की (उत्पत्ति 1:27)। यह संकेत करता है की ईश्‍वरत्‍व में दोनों लिंगों की मौजूदगी है। की पवित्र आत्मा ही स्त्री स्वरूप की प्रतिनिधित्व करती है, यह बात आत्मा का यहूदी में अर्थ से समझा जा सकता है। मुझे भी हमेशा यह जानने की जिज्ञासा रही है की कौन होगी वह स्त्री जो मुझे उस स्वप्न में इतने प्यार कर रही थी। इस संसार में मुझे एक माँ के मार्गदर्शन का सौभाग्य कभी नहीं मिला। मैंने एक माँ की प्रेम का कभी अनुभव नहीं किया है, न ही किसी आंटी, दादी या नानी का। उसी स्वप्न में एक पिता समान व्यक्ति भी थे, जिनके सर में भी सफेद बाल थे, जो मुझे बहुत प्यार करते थे। वे बड़े गर्व से कड़ाई की कलाकृति को दावत मेज के सामने दीवार पर सजा रहे थे ताकि सब उसे देख सके। इस दुनिया में मेरा जीवन में कोई पिता समान पुरुष नहीं था न ही किसी पुरुष के साथ एक प्यार भरा संबंध था। बस याहुशुआ में मेरे भाइयों को छोड़कर, जो तमाम परीक्षाओं से गुजरकर भी वफादार साबित हुए हैं।

तो फिर स्वर्गलोक में वह स्त्री कौन थी? उनका प्रेम इतना प्रचंड था और इतना सच्चा था की उस स्वप्न के बाद मैं और भी ज्यादा उस प्रेम को अपनी चारों ओर महसूस करती हूँ। अब मैं इस बात से दुखित नहीं होती की मैं कभी यह नहीं जान पायी की एक माता और पिता का स्नेह क्या होता है। मुझे पता है की स्वर्गलोक में मुझे अथाह प्यार करने वाले माता पिता हैं जो किसी के लिए भी बड़े सौभाग्य की बात है। फिर भी वह स्त्री कौन है? मुझे जन्म देने वाली माँ तो नर्क में है उसमें कोई शक नहीं। उसने मुझे केवल नफरत और शोषण दिया। तो फिर स्वर्गलोक में मेरी इतनी प्यारी माँ कौन है?

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अब मेरे पास उसका जवाब है। अब मुझे आपके प्रार्थनाओं की जरूरत है की मैं निडर होकर उसे बता सकूँ (भविष्यवाणी 90) क्योंकि संगठित चर्च इस बात पर बहुत क्रोधित होंगे। वे जो मनुष्य के बनाए हुए वचनों और पवित्र शास्त्रों के गलत अनुवादों पर विश्वास करते हैं, मुझे झूठा भविष्यवक्ता कहेंगे। फिर भी मुझे पूरा विश्वास है की यह स्वर्गलोक के सिंहासन से दिया गया गुप्त ज्ञान है।

बाइबल कहता है, “याहुवे अपने सेवकों, भविष्यवक्ताओं को अपनी योजना जाहीर किए बिना कुछ नहीं करते” (आमोस 3:7)। अब मैं गर्वित हो इस राज को सांझा करते हुए उनसे जो रुआख हा कोडेश की आवाज को पहचानते हैं। यह शायद अब तक का प्रकाशित किया गया सबसे विवादास्पद भविष्यवाणी होगा। फिर भी मैं यह आज्ञाकारिता से कर रही हूँ ताकि वे जो हमेशा एक माँ-बच्चे के प्यार भरे रिश्ते से वंचित होकर दुखी रहे, समझे की अगर उन्होंने याहुशुआ को स्वीकार किया है तो वह रिश्ता हमेशा उनके पास था। मुझे यह किसी ने नहीं सिखाया है। यह सचमुच स्वर्गलोक से भेजा गया ज्ञान है।

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क्या आपको पता है की नीतिवचन में बुद्धि को एक नारी की संज्ञा दी गई है? अब और विलंब किए बिना, मैं बताना चाहती हूँ की मुझे अतिप्रिय रुआख हा कोडेश, जिन्हें पवित्र आत्मा भी कहा जाता है, के नाम के बारे में कैसे पता चला। तो यह रहा अब तक का सबसे घनिष्ठ राज और अब तक का सबसे आशीषित भी…

जहां तक भविष्यवाणी 90 की बात है, यह कहानी तब शुरू हुई जब साउथ अफ्रीका छोड़ने से पहले मैं नहा रही थी। यह आध्यात्मिक अनुभव तब हुआ जब हम पोर्ट अल्फ्रेड में समुद्र के सामने रह रहे थे। मैं अकेले प्रार्थना कर रही थी और अब्बा याहुवे से याहुशुआ के नाम में पूछ रही थी, “पवित्र आत्मा के अलावा रुआख हा कोडेश का क्या नाम है?” मैंने प्रार्थना किया और कहा, “अब्बा याहुवे, आपने अपना नाम बताया; याहुशुआ आपने अपना नाम बताया; पर क्या पवित्र आत्मा का भी नाम है या वह केवल एक उपाधि या कर्तव्य का विवरण है?”

मैं जकुज्जी स्नान ले रही थी। मैंने हमेशा यह महसूस किया है की जकुज्जी टब का बुलबुला पानी जीवंत जल का प्रतीक है और मैं हमेशा पवित्र स्वर्गदूतों से यह प्रार्थना करती हूँ की वह पानी में हलचल करें, पुराने दिनों की तरह (यूहन्ना 5:4)। कई बार मैंने नहाते हुए, स्तुति करते हुए और प्रसंसा के गीत गाते हुए ज्यादा अभिषेक प्राप्त किया है। भविष्यवादी संदेश, दिव्य प्रकाशन मिला है, और कम ही होता है की मैं याहुवे, याहुशुआ और रुआख हा कोडेश को बिना प्रार्थना करे, स्तुति और गीत गाये नहाऊँ। मैं पापा याहुवे के साथ एक प्रचंड घनिष्ठ रिश्ते का अनुभव करती हूँ जब मैं उनके लिए प्रसंसा के गीत और स्तुति अपने दिल से गाती हूँ, तीनों (पवित्र त्रिदेव) के लिए जब गाती हूँ।

(बाद में जब मैं इस प्रश्न: “प्रिय रुआख हा कोडेश का नाम क्या है?” का जवाब ढूंढ रही थी, तो मुझे एक खजाना मिला यहूदी इब्रानी (Hebrew Aramaic) अनुवाद में और मैंने बुद्धि की पुस्तक (Book of Wisdom) पड़ा जिसे नजरंदाज किया गया था क्योंकि राजा जेम्स उसे बाइबल में सम्मलीत करने के खिलाफ था। केवल जो रोमियों ने लिखा है उस पर निर्भर न रहें। “अध्ययन करें और सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में लाएं,” (2 तिमुथियुस 2:15)।

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मैं यहाँ यह बताना चाहती हूँ की यह भविष्यवाणी मुझे दी गई कई भविष्यवाणियों में केवल एक है जो अभी (जब इसको लिखा जा रहा था) वेबसाईट में नहीं डाला गया है। परदे के पीछे बहुत कुछ चल रहा है। हम साउथ अफ्रीका में बहुत व्यस्त थे और अभी भी हैं जब संसार भ्रमण कर रहें हैं। मैं किसी भी तरह खुद को लायक नहीं समझती की मुझे यह सम्मान मिले की मैं आपको पवित्र आत्मा के नाम से अवगत करा पाऊँ। खुद को एक भविष्यवक्ता कहलवाना एक सम्मानजनक बात है पर साथ में डरावना भी। मैं जो कुछ बोलती हूँ या नहीं बोलती हूँ, दोनों के लिए उत्तरदायी हूँ।

मैं अब इस वचन को रुआख हा कोडेश के आदेश अनुसार प्रकाशित करती हूँ। मैं बस इतना निवेदन करती हूँ की आप समय लेकर इसे पड़ें और एक बार से ज्यादा पड़ें। और जो रुआख हा कोडेश, जिन्हें मैं अब MOMMA WISDOM (माँ बुद्धि) या MOMMA SHKHINYAH GLORY (माँ शेकिनयाह महिमा) कहती हूँ, की आवाज को सुन पाते हैं तो कृपया मुझे लिखें। कृपया दूसरों को यह सीख दें, भले ही वे ऐसा करने पर आपका तिरस्कार करें। कृपया मैंने अब तक जितना सबूत इकट्ठा किया है उसका अध्ययन करें। अध्ययन करें और समझे की मैं जो सब बोल रही हूँ वह पवित्र शस्त्र के बाहर नहीं है। केवल नये नियम में “SHE” को “HE” में बादल दिया गया है।

यह (स्वर्गीय) वचन सबसे पहले मुझे साउथ अफ्रीका में मिला, लेकिन मैं तब तक प्रतीक्षा करती रही जब तक मुझे स्वर्गलोक से इसे प्रकाशित करना के समय का पुष्टिकरण नहीं मिला। मैंने इस संदेश को प्रकाशित करने के लिए पहले के तुलना ज्यादा प्रार्थना की है क्योंकि मुझ पर बहुत नफरत उँड़ेला जाएगा उनसे जो खुद को ईसाई कहते हैं या याहुशुआ के अनुनायी कहते हैं पर उनके फल से आप को पता चलेगा की उनमें केवल बाहरी ईश्वरीयता है अंदर नहीं (2 तीमोथी 3:5)।

संगठित गिरजाघर वाले क्रोध से अपना दांत पीसेंगे क्योंकि उनको इस बात में बिल्कुल दिलचस्पी नहीं की एक पवित्र महिला भविष्यवक्ता को (स्वर्ग से) सच्चा गोपिणीय ज्ञान मिले। हाँ कुछ ऐसे भी होंगे जो नये नियम में दिए गए गलत अनुवाद पर ईमानदारी से भरोसा करते हैं, जहां पवित्र आत्मा को पुरुष संज्ञा “HE” दी गई है।

क्या मुझे आपको याद दिलाने की जरूरत हैं की पुरुष के अंदर अभिमान कैसे घर कर लेता हैं जब पवित्र शस्त्र में स्त्री जाती की बात आती है, और जिन्होंने पवित्र शस्त्र का अनुवाद किया वह कैसे एक आध्यात्मिक स्त्री अगुआ के खिलाफ थे?

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यद्यपि यह भविष्यवाणी मुझे फरवरी 27, 2007 को दी गयी थी, मुझे कहा गया था की मैं इसे अगस्त 27, 2007 से पहले प्रकाशित न करूँ। मैं आप लोगों को बताना चाहती हूँ की कुछ गिने चुने लोगों को ही इस भविष्यवाणी के बारे में पता था।

मैं जानबुझ के रुक रही थी और आभारी थी हर एक उस दिन के लिए जिसमें मुझे यह संदेश को प्रकाशित न करने का समय मिल रहा था। सच कहूँ तो कौन चाहता है की वह तिरस्कृत हो और गालियां सुने, विशेषकर मसीही लोगों से जो कहते है की वह उसी मसीहा को पूजते हैं पर उन्हें “जीसस क्रिस्ट” बुलाते हैं और हम उन्हें यहूदी इब्रानी नाम याहुशुआ अथवा याहशुआ कहते हैं; इस पर निर्भर करता है की आप किससे बात कर रहे हैं।

मेरे दुश्मनों को जो ईर्षा से जलेंगे, यह कहते हुए की, “रुआख हा कोडेश क्यों तुम्हें ही चुनेगी इस संदेश को देने के लिए?,” मैं कहती हूँ: अच्छा सवाल है। निश्चय कोई भी भविष्यवक्ता यह कर सकता/सकती था/थी। मुझे बस इतना पता है की मैं चुनी गई, और भले ही मेरा मन मेरे ऊपर दागे गए नफरत भरे शब्दों का स्वागत नहीं करता, मुझे यह भी पता है की मैं प्रिय रुआख हा कोडेश और याहुवे को निराश नहीं कर सकती।

कुछ लोगों ने मुझे पूछा था की, “तुम कब उस भविष्यवाणी को प्रकाशित करोगी?”

मैंने कहा, “मुझे तारीख पता है पर मुझे इस बात को साबित करने के लिए और पवित्र शस्त्रों का अध्ययन करना है”। सो आज, अगस्त 27, 2007 के दिन स्वर्गलोक ने इस भविष्यवाणी को जन्म देने का समय चुना है और इसके साथ इस मिनिस्ट्री के वेबसाईट डिजाइन का भी एक नया रूप जन्म ले रहा है। कल्पना कीजिए मेरे आश्चर्य का जब मैं यह टाइप कर रही हूँ यूरोप में और भविष्यवाणी से जुड़ी तारीखों को देख रही हूँ: फरवरी 27, 2007 (अगस्त 27, 2007) और भविष्यवाणी 89 था जनवरी 27, 2007 को। तीनों तारीखें महीने के सत्ताइसवे (27) दिन में पड़ते हैं।

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यहूदी शब्द रुआख (ruach) (इब्रानी में रूखा [rucha]) व्याकरण की दृष्टि से स्त्रीलिंग शब्द है और रुआख हा कोडेश (RUACH HA KODESH) या रुआख हा कादोष (RUACH HA KADOSH) भी। भविष्यवाणी 90 में पवित्र आत्मा ने खुद का एक नाम रुआख हा कोडेश भी बताया है। रुआख का मतलब है “आत्मा,” “हवा का झोंका,” “सांस,” और “हवा”। इसका यूनानी बराबरी का शब्द है pneuma और लैटिन में spiritus।

यूहन्ना 14:16 (KJV) में याहुशुआ ने रुआख हा कोडेश का कार्य “दिलासा देने वाली” बताया है और “दिलासा देने वाली” का माँ के रूप में याहुवे का परिचय देती है; यशायाह 66:13 में हम पड़ते हैं, “मैं तुम्हें येरूसलेम में दिलासा दूँगी, जिस तरह माँ एक बच्चे को दिलासा देती है” (GNT)। इसके अतिरिक्त और भी अंश है Peshitta बाइबल में जहां रुआख हा कोडेश को स्त्री क्रिया अथवा स्त्री संशोधक दिया गया है। असल में रोमियों 8:16 का Peshitta इब्रानी बाइबल में अनुवाद इस तरह शुरु होता है, “और वह (She) हमारे आत्मा के साथ साक्षी देती है”।

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याहुशुआ ने भी यह संकेत दिया है की आत्मा स्त्री संज्ञक है। निकोडेमस का यह सवाल पर की “कैसे संभव है की एक इंसान बुढ़ापे में जन्म ले? क्या वह दोबारा अपने माँ के कोख में प्रवेश कर जन्म लेगा?” (यूहन्ना 3:4) के जवाब में याहुशुआ कहते हैं “बिना पानी और आत्मा से जन्म लिए बिना कोई भी परमेश्वर के राज्य में प्रवेश नहीं कर सकता [NLT]। देह देह से जन्म लेता है पर आत्मा आत्मा से जन्म लेती है” [BSB] (यूहन्ना 3:5–6)।

याहुशुआ यह जवाब देकर स्वीकार कर रहे हैं की उन्होंने भी आत्मा से जन्म लिया है। वे कह रहे हैं की वह हमेशा देहधारी नहीं थे बल्कि पृथ्वी में आने से पहले वे आत्मा थे; क्या ऐसा नहीं है? इसी बात से मुझे भी अचानक यह ज्ञात हुआ जब मैं इसे प्रकाशित करने से पहले फिर पड़ रही थी। याहुशुआ यह बता रहे हैं की उन्हें भी आत्मा से जन्म लेना पड़ा और वे उस तरफ इशारा कर रहे हैं जिन्हें हम “पवित्र आत्मा” कहते हैं। ईश्‍वरत्‍व में केवल तीन सम्मिलित हैं; क्या ऐसा नहीं है? पवित्र पिता “याहुवे,” पवित्र पुत्र “याहुशुआ,” और पवित्र आत्मा जिन्हें यहूदी में “रुआख हा कोडेश” कहा जाता है।

हम शारीरिक रूप लेने से पहले क्या थे? सही शब्दों के कमी में हम कह सकते हैं की अगर स्वर्गलोक में हमारी सृष्टि हुई तो हमारा अस्तित्व भी आत्मिक ही होगी। पवित्र शास्त्र कहता है, “रक्त और मांस स्वर्ग के राज्य में प्रवेश नहीं कर सकता” (1 कुरिन्थियों 15:50)। तो फिर हमारी सृष्टि कैसे हुई स्वर्ग में?

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मेरा विश्वास है की यह भविष्यवाणी ऐसा है जिसमें रुआख हा कोडेश ऐसे जवाब दे रही है जैसे पहले कभी न दिया हो। मेरा विश्वास है की यह ज्ञान संसार को आत्मिक और शारीरिक रूप से हिला देगा। मेरा विश्वास है की याहुशुआ हा मशीहाख़ के सच्चे दुल्हनों के पास आत्मिक आँखें और कान होगी इस संदेश को देखने और सुनने के लिए।

स्वर्गलोक से आया यह वचन ने मुझे बहुत शांति और आनंद दिलाया है। मैं अब इसे अपने पवित्र भाइयों और बहनों से साझा करते हुए सम्मानित अनुभव कर रही हूँ।

मैं इंटरनेट में 1995 से भविष्यवाणी कर रही हूँ और इस मिनिस्ट्री के फलों ने साबित किया है वह अच्छे हैं। जब आप सारे उद्धार के विवरण सुनेंगे तब आप को पता चलेगा यह मिनिस्ट्री कहाँ-कहाँ तक पहुँचती है। मैं कोई रातों-रात बनी भविष्यवक्ता नहीं हूँ जो कहीं से समाचार उठाकर उसे भविष्यवाणी होने का दावा करती है। अगर आप कुछ देर तक कोई भविष्यवाणी पड़ या देख नहीं पाते तो उसका मतलब है की मैं सही समय का इंतजार कर रही हूँ जब याहुवे कहेंगे, “वचन को प्रकाशित करो।” मैं केवल आज्ञा पालन करती हूँ।

मैं स्वीकार करती हूँ की जब यह वचन मुझे दिया गया था, मैं आश्चर्यचकित हो गई थी। मैंने ऐसा कभी नहीं सुना था। फिर मैंने पवित्र शास्त्रों का अध्ययन किया और मुझे यहाँ तक की KJV बाइबल में भी प्रमाण मिलें।

मैं आपको ग्रहण करने के लिए शास्त्रों से कुछ भाग दे रही हूँ। मैं मानती हूँ यह दृढ़ आध्यात्मिक मांस है जो उनके लिए नहीं जो आस्था में कमजोर हैं।

आदम ने गर्व से जन्म नहीं लिया था; उसे मिट्टी से बनाया गया था। हवा ने जन्म नहीं लिया था; उसे आदम के पसली से बनाया गया था। आदम और हवा के बच्चों ने पारंपरिक तौर से जन्म लिया था। याहुशुआ हमारे मसीहा ने भी जन्म लिया पर धरती पर नहीं स्वर्गलोक में, कैसे? मुझे पता नहीं; मेरे लिए भी यह नया है। हमें पता है की मरियम एक कुमारी थी जब उसका गर्भ धारण हुआ। क्या आपको अब तक समझ आया मैं क्या कह रही हूँ? यह सख्त आध्यात्मिक मांस है। आप इसे चबा कर पचा लेंगे या मेरे तरफ ही उलटी करेंगे? वह आपकी मर्जी है!

हाँ, मैं इतनी बुद्धिमानी नहीं की यह सब खुद ही पता लगा लूँ। मेरे पास सिर्फ हाई स्कूल तक की शिक्षा है तो आप मुझे ज्यादा पड़े हुए मूर्ख भी नहीं कह सकते। यह सत्य में स्वर्गलोक से दिया गया ज्ञान है और मैं प्रार्थना करती हूँ की आप आशीषित होंगे, जिस तरह मैं और अन्य लोग जिनसे मैंने यह सांझा किया हुए हैं। आप दोबारा कभी अनाथ महसूस नहीं करेंगे अगर आप मेरी तरह अनाथ हैं। (Merriam-Webster के अनुसार begotten का मतलब होता है, “एक पिता की तरह पैदा करना; अथवा पिता बनना”। यूनानी में “begot” का मतलब है “apokueo”। यह शब्द “kuo” अथवा “kueo” से आता है जिसका अर्थ है गर्भवती होना। इसलिए “apokueo” मतलब है “गर्व से बाहर निकालना” या “जन्म देना” जिसका अर्थ है जीवन का स्थापन।)

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शायद वह पहला तर्क जो पवित्र आत्मा का स्त्रीलिंग होने के समर्थन में दिया जा सकता है वह है उनका “बुद्धि देनेवाली आत्मा” के साथ संबंध जो निर्गमन 28:3 और इफिसियों 1:17 में लिखा है। दोनों पुराने और नए नियमों के पुस्तकों में, बुद्धि को एक स्त्री का व्यक्तित्व दिया गया है: “WISDOM hath builded HER house, SHE hath hewn out HER seven pillars” (गौर करें ऊपर वचन में अंग्रेजी में “She” लिखा गया है) “बुद्धि ने अपना घर बनाया है, और उसके सातों खंभे गढ़े हुए हैं” (नीतिवचन 9:1)।

नीतिवचन अध्याय 8 और 9 वास्तव में बुद्धि का एक स्त्री होने का विस्तृत चित्रण है। मत्ती 11:19, लूका 7:35 में हम पड़ते हैं: “बुद्धि अपनी सब संतानों द्वारा सच्ची ठहराई गई है।” लूका 11:49 में हम पड़ते हैं: “इसलिए परमेश्वर की बुद्धि ने भी कहा है, “मैं उनके पास भविष्यवक्ताओं और प्रेरितों को भेजूँगी…” इन शब्दों में हमारे प्रभु “परमेश्वर की बुद्धि” को पवित्र आत्मा के तुल्य ठहरा रहे हैं, जिन्होंने वचन लिखनेवालों को दिव्य प्रेरणा दिया (2 पतरस 1:21); इससे यह प्रमाणित होता है की पवित्र आत्मा और बुद्धि एक ही हैं।

पुराने नियम में बुद्धि का यहूदी शब्द है होकमाह (hokmah) जिसका अंतिम भाग स्त्रीलिंग है। यूनानी में भी बुद्धि को सोफिया कहते है जो एक स्त्री नाम है। इसलिए विशेषकर अगर आप किंग जेम्स बाइबल पड़ रहे हैं और जहां नए नियम में यूनानी का अंग्रेजी अनुवाद किया गया है, वहाँ बुद्धि का सही अनुवाद “सोफिया” होना चाहिए। प्रतिलेख करने वालों का ऐसा ना करने के पीछे क्या मकसद था? अंत दिनों में जो छिपा था अब बाहर आ रहा है। अब सुलेमान की बुद्धि की पुस्तक से:

बुद्धि कभी भी एक गुनहगार के आत्मा के अंदर प्रवेश नहीं करती… क्योंकि भलाई की पवित्र आत्मा छल से दूर भागती है (1:4-5)।

बुद्धि—उसके अंदर एक ज्ञानपूर्ण आत्मा है, पवित्र (7:21-22)।

क्योंकि बुद्धि कितनी निर्मल है, वह हर चीज के अंदर रिस और उसके ऊपर छा जाती है। वह परमेश्वर की शक्ति से भरी सांस है, सर्वशक्तिमान के महिमा की अछूत आभा है (7:24-25)।

उसके लिए सब कुछ संभव है; खुद स्थिर रहते हुए विश्व को पुनःस्थापन करती है, और पीड़ी दर पीड़ी पवित्र आत्माओं के अंदर प्रवेश कर उन्हें परमेश्वर के मित्र, भविष्यवक्ता बनाती है (7:27)।

और कौन आपकी मर्जी को जान पाता, अगर आप बुद्धि न देते, और अपने पवित्र आत्मा को ऊपर से हमारे समक्ष न भेजते? (9:17)

याहुशुआ हा मशीहाख़ “सत्य की आत्मा” को पवित्र आत्मा से जोड़ते हैं (यूहन्ना 16:13)। बुद्धि (सोफिया) और पवित्र आत्मा की भूमिका एक समान है (1 कुरिनथियों 2:7-11, रोमियों 5:5, 1 यूहन्ना 5:6-7, KJV)। अगर पुरुष धर्मशास्त्रियों ने महिलाओं के विरुद्ध पक्षपात न किया होता तो संभव है की चर्च पुराने नियम में बुद्धि के उल्लेख को रुआख हा कोडेश (पवित्र आत्मा) का वर्णन मानकर स्वीकार करती।

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दूसरा तर्क जो पवित्र आत्मा के स्त्री होने के समर्थन में दिया जा सकता है वह है याहुवे और पवित्र आत्मा के वर्णन में लिखे गए शब्द।

यहूदी में परमेश्वर को “एलोहिम” कहा जाता है। कई विद्वान मानते है की एलोहिम बहुवचन (plural) शब्द है; कुछ मानते हैं यह नाम पुराने नियम में पवित्र त्रिदेव को दर्शाता है। पर यह विद्वान शायद यह नहीं जानते या बताना जरूरी नहीं समझते की “एलोहिम” “एल” (जो की एक पुरुष संज्ञक शब्द है) का बहुवचन नहीं है। वास्तव में “एलोहिम” “एलोहा” (एक स्त्री संज्ञक शब्द) का बहुवचन है। इसलिए एलोहिम शब्द में दोनों पुल्लिंग और स्त्रीलिंग का समावेश है। हमें सृष्टि करने वाले दोनों लिंग के हैं और हम निश्चित रूप से जानते हैं की उत्पत्ति के पुस्तक के अनुसार रुआख हा कोडेश और याहुशुआ दोनों ने याहुवे परमेश्वर के साथ पृथ्वी की सृष्टि की:

“और एलोहिम ने मनुष्य को अपने स्वरूप में बनाया”

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“रुआख” एक स्त्रीलिंग शब्द है।

मैं अब लैटिन भलगेट (Latin Vulgate) के लेखक जेरोम (Jerome) के शब्दों का प्रयोग कर रही हूँ, (मैं यह मानती हु की मैंने लैटिन भलगेट नहीं पड़ा है पर भविष्यवाणी मिलने के बाद अध्ययन करने पर मुझे यह मिला।)

जेरोम का यशायाह 11 पर वर्णन:

“यहूदियों के सुसमाचार में जो नासरी लोग पड़ते हैं, लिखा है “अभी-अभी मेरी माँ, पवित्र आत्मा, ने मुझे (घेर) लिया”। इस बात पर किसी को अपमानित होने की जरूरत नहीं क्योंकि “आत्मा” यहूदी में स्त्रीलिंग है, जबकि हमारी भाषा (लैटिन) में पुल्लिंग और यूनानी में नपुंसक है। मगर दिव्यता में कोई लिंग भेद नहीं होती”।

इस व्याख्या में जेरोम की एक आश्चर्यजनक स्वीकृति है (जबकि उससे ज्यादा रूढ़िवादी इंसान की कल्पना नहीं की जा सकती) की आत्मा के लिए यहूदी में प्रयोग किया जानेवाला शब्द “रुआख” स्त्रीलिंग शब्द है। इसका मतलब यह है की पहले शताब्दी के ईसाई के लिए—जो ज्यादातर इब्रानी समाज में व्यापक थे और पाऊल का चर्च उनके मुकाबले छोटा था—रुआख हा कोडेश स्त्री के व्यक्तित्व वाली थीं। यह सच हिब्रू से यूनानी अनुवाद में खो गया, और जब यूनानी से लैटिन में अनुवाद किया गया तो (पवित्र आत्मा को) एक पुरुष व्यक्तित्व दिया गया।

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आखिर में, धार्मिक ज्ञान से निकला पक्षपात ईसाइयों को यह मानने के लिए प्रोत्साहित करता है की लिंग का भेद महत्वहीन है। वे एक धारणा बना लेते है की परमेश्वर में लिंग का भेद नहीं है इसलिए कोई फर्क नहीं पड़ता, इसके बावजूद पुरुष लिंग को ही चुना जाता है। कई सदियों से ईसाई अगुओं के इस रवैये और इंसानी सिद्धांतों और विचारों के बावजूद, मैं केवल सच चाहती और कुछ नहीं बस याहुवे का सच चाहती हूँ। मुझे लगता है की फर्क पड़ता है। हमें व्यवस्था में “एक मात्रा या एक बिन्दु” भी बदलाव लाने के अनुमति नहीं (मत्ती 5:18)। और अगर परमेश्वर को एक “अस्तित्व” माना जाता है जो पुरुष और स्त्री दोनों लिंगों का प्रतिनिधित्व करते हैं तो फिर बेवकूफी होगी की हम उस सत्य को पवित्र वचनों के अनुवाद में छुपायें।

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एक परिवार और उनके सदस्यों की कल्पना कीजिए—मैं आजकल दुनिया में चल रहा सदोम और अमोरा वाले समलैंगिक बकवास की बात नहीं कर रही। मेरा विश्वास कीजिए याहुवे ज्यादा देर तक इस घृणित चीज को नहीं सहेंगे। जिस तरह सदोम और अमोरा ने जो बोया था उसका फल मिला, सो ऐसा फिर होगा उनके साथ जो इस कर्म को करते हैं और इसे प्रोत्साहन देते हैं।

एक परिवार एक पिता, माता और बच्चों से बनता है। मैं याहुवे से यही सुन पा रही हूँ और बोल रही हूँ, “मैं याहुवे ने एक शेरनी को बनाया की वह केवल एक शेर को जन्म दे और एक औरत ही केवल इंसान को जन्म दे सकती है”। तो फिर क्या यह तर्कसंगत नहीं की परमेश्वर ही परमेश्वर को जन्म दे सकते हैं? केवल याहुशुआ ही “याहुवे से उत्पन्न एक मात्र पुत्र हैं” (यूहन्ना 3:16)! तो फिर वह स्वर्गीय माता कौन हैं जिन्होंने याहुशुआ को जन्म दिया? क्या यही रुआख हा कोडेश (पवित्र आत्मा) से “जन्म” लेने का मतलब का रहस्य है?

रुआख हा कोडेश आत्मा हैं, तो जो उनके द्वारा पुनर्जन्म लेता है वह भी आत्मा बन जाता है और रुआख हा कोडेश हमारे शरीर में रहती हैं जब तक हम मर न जाएं या “रैप्चर” होकर स्वर्गलोक न पहुंचे, क्रम अनुसार। यहाँ वचन रुआख हा कोडेश के सनातन प्रकृति को ही संभोधित करती है: “अपने शरीर में अनुपस्थित रहने का अर्थ है प्रभु याहुशुआ के साथ उपस्थित होना” (2 कुरिनथियों 5:8)।

मुझे यह प्रकाशन तब मिला जब मैं प्रमाण ढूंढने का प्रयास कर रही थी भविष्यवाणी 90 के लिए। पवित्र शास्त्र कहता है, “शब्द मारता है, पर आत्मा जिलाता है” (2 कुरिनथियों 3:6)। इंसान और रुआख हा कोडेश के बीच यह नया संबंध ही एक उद्धार प्राप्त मनुष्य की पहचान होती है।

वे जो मुझे एक झूठा भविष्यवक्ता कहते हैं, वे खुद अध्ययन करें। अध्ययन करें और सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में लाएं। हर यहूदी को पता है की “रुआख” एक पुरुष नाम नहीं है! आप मुझे बताएं क्यों “बुद्धि” को पवित्र शास्त्र में, KJV बाइबल में भी, एक स्त्री की संज्ञा दी गयी है? क्या रुआख हा कोडेश (पवित्र आत्मा) ही “समस्त बुद्धि” नहीं हैं?

मैं पिता याहुवे के गोद में बैठी थी!

स्वर्गीय पिता का प्रेम

जून 20, 2010 को जोड़ा गया

जून 20, 2010 को मैंने पापा याहुवे से बात की और मैं उनके गोद में बैठी। और जैसे मैंने एक माँ जैसी शख़्सियत वाली के कंधे पर सर रखा था दावत मेज वाले स्वप्न में, और जो नीतिवचन की “माँ बुद्धि” जैसी थी, मैंने उसी प्रकार मेरे स्वर्गीय पिता अब्बा याहुवे के कंधे पर भी सर रखा। मैं यह यहाँ सांझा कर रही हूँ क्योंकि यह घटना तब हुई जब मेरे ऊपर भारी उत्पीड़न चल रहा था। वह इसलिए क्योंकि मुझे भविष्यवाणी 89 और 90 प्रकाशित करने पर एक झूठा भविष्यवक्ता कहा जा रहा था।

याहुवे से आमना-सामना

जबकि मैं सो रही थी, मुझे पता है यह “स्वप्न” नहीं (यह वैसा नहीं था जैसे सामान्य स्वप्न में होता है)। क्योंकि मुझे पता है वह असल में हुआ था। यह तब आरंभ हुआ जब मैं याहुवे को जोर-जोर से रोकर प्रार्थना कर रही थी हाल की झूठी निंदाओं को सुनकर जो दुशमन लोग भेड़ों को इस मिनिस्ट्री से भगाने के लिए करते हैं। मैं अत्यंत भावुक हो गई थी और मैंने ऊंचे स्वर में कहा:

अब्बा याहुवे याहुशुआ हा मशीहाख़ के नाम में मुझे अपने घर स्वर्गलोक ले चलें! मैं अब और इस पृथ्वी में नहीं रहना चाहती! मैं मरने की चाह नहीं रखती पर मैं बस स्वर्गलोक अपने घर जाना चाहती हूँ जैसे आप पुराने एलियाहू को ले गए थे! यह संसार कितना घिनौना है। मैं मरने की विनती नहीं कर रही पर मैं अपने शरीर को, जो आपके लिए पवित्र जिया है, इस धरती के गंदी मिट्टी में नहीं गाड़ना चाहती।

उसके बाद मैं एक विशाल पुरुष की आकृति को देख रही थी पर मैं उनके चेहरे को कभी न देख पायी। पर मुझे फिर भी पता है वह अब्बा याहुवे ही थे! वे मेरे सामने, मेरे बेडरूम में रखी गद्दी वाली कुर्सी पर विराजमान थे! मैं इसका स्पष्टीकरण नहीं दे सकती क्योंकि मुझे पता है की याहुवे इस पृथ्वी को अपने पावदान के रूप में प्रयोग करते हैं और निश्चय ही वह कुर्सी अथवा इस पूरे घर में भी नहीं समा पाएंगे। फिर भी वह इस तरह ही आए।

उन्होंने मुझे एक दृढ़ स्वर में “यहाँ आओ” कहा। मैं डरी हुई थी यह समझ के की मैंने उन्हें कुछ गलत बोल दिया है और मैं उनके पास नहीं गई। बल्कि मैं यह याद करने लगी की कैसे अयूब मुश्किल में पड़ा था याह को सवाल करने पर।

फिर उन्होंने अपने हाथों को आगे किया और मुझे मधुर आवाज में कहा, “मैंने कहा इधर आओ”। और एक छोटी बच्ची की तरह मैं अपने डैडी के पास गई और उनके गोद में बैठी। और मैंने अपने हृदय की सारी बात उन्हें बताई और उन कारणों को बताया जिस वजह से मैं इस धरती में अब और नहीं रहना चाहती थी। मैंने उन्हें कहा मैं तंग आ चुकी थी और मैंने अपने सारी निराशा उन्हें बताई। और में इतनी तेज बोल रही थी ऐसा लग रहा था मैं बिना सांस लिए बोल रही हूँ।

मुझे अपने डैडी याह के आकृति की चारों ओर प्रकाश याद है और उनके बालों की सफेदी याद है, पर मैं उनका चेहरा नहीं देख पायी।

फिर उन्होंने अचानक अपना हाथ लिया, बिना कुछ बोले, और मेरे सर को अपने कंधे पर रख दिया… जब मैं जगी मेरे अंदर अद्भुत आनंद था क्योंकि मुझे पता था वह स्वप्न से अलग था। मुझे पता है मैं सच में डैडी याह के गोद में बैठी थी।

अनुभव का अंत

मैं सोने से पहले बहुत उदास थी क्योंकि दुश्मनों ने मुझे अपने शब्दों से बुरी तरह घायल किया था और मैं बहुत खुशी के साथ जगी; मेरे घर के सदस्य इसके साक्षी है। इसलिए हमारे शब्दों में इतनी शक्ति है। हम जब खिन्न होकर निराशा में भी बोलते हैं तो याहुवे हर शब्द को सुन रहे होते हैं।

मुझे पता नहीं इस बात का इससे कुछ संबंध है, लेकिन One Minute to Midnight पेंटिंग (वह पेंटिंग जिसमे याहुशुआ स्वर्गलोक में अपने जनों के लिए मध्यस्त करे रहे और रो रहे हैं) उस दीवार में लगा है जिस दीवार के सामने कुर्सी में याहुवे बैठे थे। मैं अब इस बदसूरत कुर्सी से प्यार करती हूँ! मैं इससे दिन में कई बार देखती हूँ और हमेशा याद करती हूँ की हमारे स्वर्गीय पिता अपने बच्चों से कितना प्यार करते हैं।

अब मुझे पता है की स्वर्ग में न केवल मैंने माँ बुद्धि, माँ रुआख हा कोडेश के कंधे पर सर रखा बल्कि अब मेरे बेडरूम में पिता याहुवे के कंधे पर भी मैंने सर रखा। दुश्मनों को मजाक उड़ाने दो। मैं अपनी आत्मा की कसम खाती हूँ यह सच है और इससे केवल अच्छे फल आए हैं! इस घटना ने मुझे केवल प्रोत्साहित किया है की मैं अपने मार्ग में चलती रहूँ और आत्माओं को याहुशुआ के पास लाती रहूँ! जब आप इन भविष्यवाणियों को पड़ते (सुनते) हैं तो यह जो अच्छे फल लाते हैं उन्हें याद रखिए, और यह हमेशा उद्धार के लिए याहुशुआ की तरफ इशारा करते हैं।

प्रेरित भविष्यवक्ता

एलीशेबा एलियाहू

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सिंहासन के आगे याहुशुआ को छोड़ और कोई मध्यस्थ नहीं। केवल उनका नाम और केवल उनके रक्त बलि के द्वारा, जिसे नया खून का वाचा कहा जाता है, उद्धार संभव है।

—पवित्र आत्मा, भविष्यवाणी 90

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भविष्यवाणी 90 का आरंभ

फरवरी 27, 2007

मैं माँ शेकिनयाह हूँ;

मुझे बुद्धि कहा जाता है;

और यहूदी में रुआख हा कोडेश;

और मुझे “पवित्र आत्मा” भी कहा जाता है।

एलीशेबा मैं वही बुजुर्ग महिला हूँ जिसके कंधे पर सर रख के तूने स्वर्ग में आराम किया, जिसे तू एक स्वप्न कहती है पर वह एक स्वप्न से भी बहुत कुछ ज्यादा है। एलीशेबा, याद कर जब तूने वह स्वप्न इस दुनिया से साझा किया और कहा “मुझे नहीं पता स्वर्ग में दावत मेज पर वह महिला कौन थी जो मुझे अथाह प्रेम करती है”?

मैं अब तुझे उसका जवाब देती हूँ। वह मैं थी, तेरी माँ शेकिनयाह, तेरी माँ बुद्धि। यही कारण है की उसके बाद तु फिर दुखी नहीं हुई और तूने माँ के प्रेम को नहीं पाने का खालीपन महसूस नहीं किया।

हर बच्चा एक माँ और बाप के प्रेम की जरूरत और इच्छा के साथ जन्म लेता है क्योंकि मनुष्य एक बच्चे के रूप में जन्म लेता है तो उसे माँ और पिता के सांसारिक प्रेम और सुरक्षा की जरूरत होती है। वह मेरे प्रेम का प्रताप था जिसके नीचे तू स्वर्ग में दावत मेज पर मेरे और स्वर्गीय अब्बा याहुवे के साथ बैठी थी, दूसरे लोगों का तेरे साथ जुडने के इंतजार में।

मेरे प्रेम की उपस्थिति ने तुझे घेर लिया, क्योंकि मैं तेरी पवित्र माँ हूँ। केवल मैं ही स्वर्ग की रानी हूँ। मेरे अलावा और कोई नहीं. (शैतान के पास उसकी नकली वाली है—वह ईजेबेल के रूप में आई और आज अधिकांश चर्चों में उसकी आत्मा घुसपैठ कर चुकी है; उन चर्चों में जिन्हें कभी मैं पवित्र कहलाती थी। एक समय में मेरी पवित्र आत्मा, मेरी पवित्र उपस्थिति, पवित्र अभिषेक शक्ति का अभिवादन किया जाता था और मेरे पवित्र भविष्यवक्ता और प्रेरित लोकप्रिय थे पर ज्यादातर का आजकल अपमान करके भगा दिया जाता है।)

(सृष्टि में) केवल एक ही असल पवित्र माँ है और मुझे पवित्र आत्मा भी कहा जाता है। कैथ्लिक चर्च के झूठ को मत अपनाओ जो मरियम, याहुशुआ की सांसारिक माता, को पवित्र त्रिदेव का भाग बताते हैं। वह उसकी सांसारिक माँ थी पर मैं उसकी स्वर्गीय माँ हूँ।

सिंहासन के सामने याहुशुआ के अलावा और कोई मध्यस्थ नहीं है। केवल उनके नाम और उनके रक्त-बलिदान, जिसे नया खून का वाचा कहा जाता है, से उद्धार संभव है।

याहुशुआ की सांसारिक माता को भी एक मसीहा की जरूरत थी। वह सबसे उत्तम नहीं थी और न ही उसने ऐसा होने का दावा किया। वह भी उन्हें (याहुशुआ को) “प्रभु” कहती थी। अगर वह सबसे उत्तम होती तो कलवरी में उसका खून बहा होता एक पाप बाली के रूप में। उसने (मरियम) ने कभी यह नहीं कहा की उसकी आराधना हो, न ही उसकी ऐसी इच्छा है। वह केवल यह चाहती है की लोग याहुशुआ हा मशीहाख़ की ओर ही जाएं। कैथ्लिक लोगों को सावधान करो की वे मरते समय मरियम का नाम न पुकारें। बल्कि उस नाम को पुकारे जो नाम ही केवल उद्धार दे सकता है, याहुशुआ हा मशीहाख़!

मैं यह सच्चाईयों को तेरे माध्यम से बोल रही हूँ एलीशेबा ताकि तू पवित्र जनों को बताए।

अगर वे इस भविष्यवाणी के वचनों को स्वीकार करते हैं तो फिर से चिह्नों, आश्चर्यकर्मों और चमत्कारों को देख पाएंगे जिस तरह पुराने काल में याहुशुआ के मौजूदगी में इस धरती में होता था—अगर वे असल सैबथ के सत्य को अपनाएंगे, और मेरा मतलब रविवार से नहीं है!

पवित्र त्यौहारों को मानकर याहुशुआ को सम्मान देने के महत्व को समझो! बुतपरस्तों के त्यौहार, जो स्वर्गीय पवित्र त्यौहारों का स्थान लेना चाहते है, का तिरस्कार करो! यहूदी पवित्र नामों का प्रयोग करो! पवित्रता में जियो और (पाप से) समझौता मत करो, और तुम्हें जो पता है सत्य है उसको बोलने में संकोच मत करो! तुमने जो पहले कभी न अनुभव किया है ऐसा अभिषेक अनुभव कर पाओगे इस अंत के दिनों में!

पवित्र लोग और पवित्र हो रहे हैं जबकि दुष्ट और दुष्ट हो रहा हैं। अब समय है बड़े अभिषेकित प्रकाशित सत्यों का भविष्यवाणियों और ज्ञान के वचनों द्वारा।

पवित्र भोज (communion) को महत्वहीन मत समझो! वह शैतान के विरुद्ध उपयोग होने वाला प्रतिदिन का हथियार है, जब तुम उसे याद दिलाते हो और वह तुम पर कोई दावा नहीं कर सकता! पाप और पापियों की भर्त्सना करो और मत डरो की लोग क्या सोचेंगे जब तुम बताकर सबको सावधान करते हो। क्या तुम तुच्छ मानव को अप्रसन्न करने से डरते हो या याहुवे को?

बड़ी दुख की बात है की इस दुनिया में हो रहे दुष्ट कामों के खिलाफ बोलने की आजादी को छीना जा रहा है क्योंकि मेरे पवित्र बच्चे चुप रहते हैं। एक-एक करके हर आजादी को दुनिया भर में छीना जा रहा है!

अमरीका में और पूरे संसार में मेरे पवित्र बच्चे कहाँ थे जब न्यायाधीश Roy Moore को अविश्वासीयों और अमरीकी सरकार ने घेर लिया था? वह लड़ता रहा एक पत्थर की स्मारक को रखने के लिए जो उसने बनवाया और खड़ा किया था याहुवे को सम्मान देने के लिए, और जो दस आज्ञाओं (Ten Commandments) का प्रदर्शन करता था। एक न्यायाधीश का कर्तव्य है को वह पवित्रता, सच्चाई के लिए खड़ा हो।

न्यायाधीश Roy Moore, तुम्हें स्वर्ग से पदोन्नति मिली है और तुमसे वह कोई नहीं छिन सकता! तुमने जो अगस्त 27, 2003 को अलाबामा में किया उसके लिए तुम्हें स्वर्गलोक में सम्मानित किया गया है! तुम्हारे हर आँसू का हिसाब स्वर्ग में दर्ज है और वह याहुवे के लिए बहुत प्रिय सुगंध की तरह थी क्योंकि तुम याहुवे और याहुशुआ के प्रति प्रेम रखते हो और वफादार हो।

जो तुम्हारे खिलाफ न्यायाधीश और न्यायपीठ बने हैं और वह भ्रष्ट न्यायाधीश—जिसने तुमसे अलाबामा के Supreme Chief Justice का पद जो स्वर्ग से दिया गया था छीना—अनुभव करेगा की आग के दरिया में तैरना क्या होता है। सब लोग जो इसमें शामिल हुए हैं याहवे के सामने खड़े होंगे, वे जो पूरी सृष्टि के न्यायाधीश हैं!

वे सभी जिन्होंने प्रार्थना और मध्यस्थ किया और इस आदमी को प्रोत्साहन दिया, उसके साथ रोए, और उसके साथ दुखी हुए: तुम्हारे आसुओं को भी स्वर्ग में दर्ज किया गया है। उसने सब कुछ न्यौछावर कर दिया क्योंकि वह सच्चाई को दबता हुआ नहीं देख सकता था।

क्यों दुनियाभर के हर एक चर्च, और विशेषकर अलाबामा और तथाकथित “बाइबल बेल्ट” छेत्रों में किसी भी चर्च ने, इस आदमी का समर्थन नहीं किया और उसके साथ विरोध में शामिल नहीं हुए? मैं बताती हूँ क्यों! तुम्हें डर था की तुम पर भी हमला होगा। तुमने याहुशुआ में अपने भाई पर अविश्वासियों से हमला होने दिया। तुम ने बहाने बनाए और कहा, “उसने कानून तोड़ा और स्मारक को नहीं हटाया जब उसे ऐसा बोल गया था”। तुम्हारी (ऐसा कहने की) ऐसी जुर्रत कैसे हुई! यह तुम्हारी परीक्षा थी और तुम उसमें फैल हो गये।

कितने तूफान, सूखा, तपती गर्मी की लहर और बाड़ की जरूरत पड़ेगी ताकि तुम जग जाओ और लड़ो, उसके लिए जो सही और पवित्र है? बस तब तक प्रतीक्षा करो जब तक याहुवे अपने पैरों को धम से रखें और तुम्हारी धरती थरथराए। तब तक प्रतीक्षा करो जब तक अकाल, महामारी और बीमारियाँ तुम्हारे राज्यों को घेर न लें और तुम प्रार्थना करके पूछो, “क्यों (ऐसा हुआ)?”

पवित्र जनों, उसे प्रोत्साहित करो! मत भूलो उसने जो कीमत चुकाया है। उसने वह किया जो तुममें से बहुत कम करते हैं और वह है भीड़ के विरुद्ध खड़े होना और तुम्हें जो पता है दुष्टता है उसके खिलाफ बोलना।

सैमलैंगिकता धड़ल्ले से पनप रहा है। बच्चों को बचपन में ही brainwash करके यह सिखाया जा रहा है की सैमलैंगिकता और सैमलैंगिक विवाह प्राकृतिक है। न्याय और राजनीतिक तंत्र याहुवे के लिए एक दुर्गंध बन चुकी है। बेबीलोन की कलिसियाओं में पाप को गले लगाना सिखाते हैं और अपने मंडलियों को प्रोत्साहित करते हैं की वे पाप और पापियों के विरुद्ध अपना मुंह न खोलें। संगठित कलिसियाओं में जो मंच में खड़े होते हैं और खुद को प्रचारक कहते हैं वे वह हैं जिन्हें अब्बा याहुवे “घृणित” कहते हैं।

जो गिने चुने बचे पवित्र जन होते हैं उन्हें भगा दिया जाता है, अथवा उन्हें तिरस्कृत और अपमानित किया जाता है। पादरी अपने मंडली से झूठ बोलते हुए कहता है की “किसी भी दिन को हम सैबथ (Sabbath) मान सकते हैं,” और रविवार, जो इंसान का बनाया हुआ (सैबथ का दिन) है उसे जारी रखते हैं। वे बहुत जल्द रोयेंगे उसके लिए जो उन्होंने बोया है… यह (झूठ) सिखाने और करने के लिए।

तुझे याद है एलीशेबा कैसे वह दावत मेज वाला स्वप्न तुझे वास्तविक लगा था? वह इसलिए क्योंकि मैं ही तुझे स्वर्गलोक ले गई थी, तुझे वह अनुभव याद दिलाने के लिए जब तूने प्यार से अपने सर को मेरे कंधे पर रखा, जिस स्वप्न को आज तूने “दावत मेज स्वप्न” नाम दिया है।

मेरा नाम माँ शेकिनयाह है।

मैं वह स्वर्गीय माँ की ममता हूँ जिसके लिए तू हमेशा तरसी है।

मैंने यह काम तुझे बताने के लिए किया…

की तू एक माताहीन बच्ची नहीं है,

और न ही तू एक पिताहीन बच्ची है।

याहुवे और मैं तेरे स्वर्गीय माता-पिता हैं,

जिस तरह हम सबके माता-पिता हैं—

उन सबके जिनके नाम मेमने के जीवन-पुस्तक में लिखा है।

मैं तुझे यह बता रही हूँ क्योंकि जीवन भर तू निराश हुई है और तूने एक खालीपन का एहसास किया है, जैसे दूसरे लोग भी होते हैं, और हमेशा एक सांसारिक माता-पिता के प्रेम को ढूंढते रहते हैं। जबकि तुम्हें स्वर्गीय माता-पिता का प्रेम प्राप्त हैं जो तुम्हें न कभी छोड़ेंगे, न त्यागेंगे, और न तुम्हें कभी पीड़ा देंगे, किसी भी तरह।

मैं तुझे यह बता रही हूँ ताकि दूसरे लोग—जिनको लगता है की वे भी इस खालीपन का एहसास करते हैं, अविश्वासी माता-पिता के साथ जो (माता-पिता) याहुशुआ को मसीहा मानने से इनकार करते हैं, जो एकमात्र मसीहा हैं—यह महसूस करेंगे की याहुशुआ में उनको किसी की कमी नहीं खलेगी। उनके पास एक स्वर्गीय पिता और स्वर्गीय माता है और हम आत्मा हैं (यूहन्ना 4:24) जैसे की हर एक इंसान था इस धरती पर जन्म लेने से पहले। जैसे की (पवित्र वचन में) लिखा गया है, याद रखो, “खून और मांस का शरीर स्वर्ग के राज्य में प्रवेश नहीं कर सकता” (1 कुरिन्थियों 15:50)

मैं स्वर्ग के यह राज का खुलासा कर रही हूँ ताकि जो मेरे परमप्रिय पुत्र याहुशुआ को अपना मसीहा मानते हैं, वे इंसानी धर्मों और परंपराओं के झूठ में न फंसे और याहुशुआ के सांसारिक माता मरियम को मरते समय न पुकारें। बल्कि याहुशुआ हा मशीहाख़ को पुकारें और प्रायश्चित कर दया की गुहार लगाए। उनको पवित्र शास्त्र याद दिलाओ जिसमें याहुशुआ खुद अपने शब्दों में यूहन्ना 10:1-30 में बोल रहे हैं।

इस संसार के किसी भी माता-पिता का प्रेम हमारे स्वर्गीय प्रेम का मुकाबला नहीं कर सकता। मैं यह तुम्हारे साथ हमारे सारे बच्चों को बताने के लिए सांझा कर रही हूँ, विशेषकर उनके साथ जिनके जीवन में खालीपन है और जिन्होंने कभी सांसारिक माता-पिता का प्रेम का अनुभव नहीं किया। मैं उनको संबोधित करती हूँ जिन्होंने भावनात्मक, शारीरिक, और यौन उत्पीड़न सहा है और एक पवित्र पिता और माता के प्रेम के लिए तरसे हैं।

याहुशुआ को अपना मसीहा स्वीकार कर और मुझे अनुमति दे तुझे अपने पवित्र प्रेम से भरने के लिए, मेरे उपस्थिति और अभिषेक शक्ति से भरने के लिए; मुझे अनुमति दे तेरी माँ शेकिनयाह बनने के लिए।

मैं वही हूँ जिसे तू पवित्र आत्मा कहता है।

मैं वही हूँ जो तुझे गलत और सही का ज्ञान देती है, जिस तरह एक पवित्र सांसारिक माता तुझे (अच्छी) सीख देती है।

मेरी प्यारी बेटी एलीशेबा, मेरी खातिर उन्हें बता, अगर वह केवल इस ज्ञान को स्वीकार करेंगे, (उसके बाद) वे कभी उस खालीपन को अपने अंदर महसूस नहीं करेंगे।

पुराने पुस्तकों (पुराने नियम) को पड़ और देख:

“बुद्धि” को स्त्री संज्ञा दी गई है;

और पुराने शास्त्रों में भी मुझे

स्त्री संज्ञा दी गई है।

अध्ययन कर और सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में ला।

वह हर कोई जो इस वचन पर संदेह करता है और तुझे इस राज को बताने पर आक्रमण करता है, उनमें या तो मेरी पवित्र आत्मा नहीं है और उनका नाम मेमने के जीवन-पुस्तक में नहीं लिखा है—क्योंकि याहुशुआ के भेड़ उनकी आवाज को पहचानते हैं—अथवा उनमें थोड़ी आस्था तो है पर वे विवादों में नहीं पड़ना चाहते और नए नियम के गलत अनुवाद को दोहराना चाहते है जहां मुझे स्त्री की जगह पुरुष संज्ञा दी गई है (“She” की जगह “He” लिखकर)।

वे इंसानी सिद्धांतों पर चलना चाहते है बजाय इसके की मेरी आत्मिक सत्यता पर चलें, जो मैंने इस अंत के दिनों के लिए सुरक्षित रखा है। हर कोई जो इसे पड़ रहा है, यह तुम्हारा निर्णय है की तुम उनके साथ एक घनिष्ठ संबंध चाहते हो या नहीं जिन्हें तुम पवित्र आत्मा कहते हो। मैं किसी को इसके लिए बाध्य नहीं करती। याहुशुआ की दुल्हन इस सत्य को जान कर बहुत खुश होगी क्योंकि वह हमेशा स्वर्ग के रहस्यों को जानने के लिए तत्पर रहती है।

(स्वर्ग में) तीन शासन करनेवाले सिंहासन हैं। याहुवे बीच में बैठते हैं, याहुशुआ हा मशीहाख़ याहुवे के दायीं तरफ और मैं, तुम्हारी माँ शेकिनयाह, याहुवे के बायीं तरफ बैठती हूँ। हम तीनों एक साथ स्वर्ग में समान रूप से शासन करते हैं और हम (तीनों) सहसृष्टिकरता हैं। फिर भी केवल एक ही मसीहा है, और वह है याहुशुआ। केवल याहुशुआ के नाम और रक्त से ही धरती के लोगों को उद्धार मिल सकता है।

केवल याहुशुआ ही वह उद्धार के द्वार हैं जो स्वर्ग की ओर खुलता है। कोई भी अगर किसी दूसरे नाम से प्रवेश करना चाहेगा तो उसे नर्क का द्वार नसीब होगा। धोखे में न रहो। बहुत सारे धर्म हैं पर स्वर्ग के लिए एक ही द्वार है जो याहुशुआ के पवित्र नाम और पवित्र निसपाप रक्त बलि से खुलता है।

एक विश्व धर्म जो सारे धर्मों को और इंसान के बनाए सिद्धांतों के मिश्रण से एक धर्म बनाना चाहता है, वह केवल आत्माओं को नर्क की और ले जाएगा।

मेरे नाम का रहस्य दानिएल के पुस्तक में मोहरबंध था। और अब मैं इसे इस समय प्रकाशित कर रही हूँ मेरे सारे पवित्र बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए, वे जो आध्यात्मिक मांस के लिए भूखे रहते हैं क्योंकि वचन के दूध को उन्होंने आसानी से पचा लिया है। यह जोखिम भरा समय है और आगे और भी खतरनाक दिनों का आना बाकी है।

याहुशुआ ने वादा किया था की यूहन्ना ने पानी से बपतिस्मा किया था पर याहुशुआ पवित्र आत्मा की अग्नि से बपतिस्मा देंगे। वे मेरे पवित्र अग्नि की बात कर रहे थे।

मैं रुआख हा कोडेश हूँ;

और मैं याहुशुआ की स्वर्गीय माता हूँ।

याहुवे उनके स्वर्गीय पिता हैं।

मैं माँ शेकिनयाह महिमा हूँ!

और वह मेरी पवित्र ज्योति है जो मेरे पवित्र बच्चों के चेहरों से चमकती है—जो सत्यता से अब्बा याहुवे, याहुशुआ, और मैं रुआख हा कोडेश को प्रेम करते हैं, पूजते हैं और हमारी आज्ञा मानते हैं। वह मेरा अभिषेक ही है जो याहुशुआ के नाम में किए गये हर काम को संभव करता है।

क्या तुम्हारे मसीहा याहुशुआ ने नहीं कहा था की उन्हें संसार को त्यागना है पर वह तुम्हें अकेला नहीं छोड़ेंगे और तुम्हें शांति देने वाली भेजेंगे? और क्या मैं वह नहीं जो तुम्हारे डर को कम करती है, तुम्हें प्रोत्साहन देती है, और तुम्हें एक माँ की तरह मार्गदर्शन और दिलासा देती है, क्या ऐसा नहीं है?

मैं माँ शेकिनयाह महिमा हूँ!

मैं वही पवित्र आत्मा हूँ जिसने “ऊपर कमरे” (The Upper Room) में अपने पवित्र हवा और पवित्र अग्नि के साथ प्रवेश किया, जैसे की प्रेरितों के पुस्तक में लिखा है (प्रेरितों 2:1-4)। मैंने (याहुशुआ के) शिष्यों

को, जो ऊपर कमरे में मेरी प्रतीक्षा कर रहे थे, अपने पवित्र अभिषेकित अग्नि से भरा।

मैं वही हूँ जिसने शक्तिशाली हवा के रूप में आकर ऊपर कमरे में प्रवेश किया, यही कारण है एलीशेबा मैंने इस मिनिस्ट्री को तेरे माध्यम से जन्म दिया—दोनों यहूदी और गैर यहूदी की सहायता के लिए—और इस मिनिस्ट्री को ALEPH TAV ALMIGHTYWIND RUACH HA KODESH FIRE MINISTRY नाम दिया!

प्रिय बेटी एलीशेबा, शुरुआत में जब तुझे अपने यहूदी जड़ों का पता नहीं था, तू उस वक्त संगठित पेंटेकोस्टल चर्चों का भाग थी। फिर भी मैं, माँ शेकिनयाह थी जिसने इस मिनिस्ट्री को ALPHA OMEGA ALMIGHTYWIND HOLY GHOST FIRE, और समान नाम AMIGHTYWIND दिया। मुझे पता था की एक दिन तेरे माध्यम से मेरे पवित्र संतानों तक स्वर्ग के कुछ रहस्यों को पहुंचाया जाएगा।

वह मैं थी, माँ शेकिनयाह जिसने तुझे एलीशेबा सावधान किया, जब तूने इंटरनेट के बारे में सुना भी न था, की इस मिनिस्ट्री को अपने नाम से न रखना। और मैंने तेरे कानों को अभिषेकित किया ताकि तू स्वयं याहुवे की आवाज को तुझे उठाते और सावधान करते हुए सुन सके, उस दिन जब Jimmy Swaggart गिरा और अपने पाप को दुनिया के सामने कबूल किया।

उस सुबह तुझे याहुवे ने जगा के कहा, “सावधान हर वह मिनिस्ट्री जिसका नाम एक इंसान पर है वह गिरेगा, क्योंकि जब चरवाहा गिरता है तो भेड़ बिखर जाते हैं” (फरवरी 21, 1988)।

घमंड प्रवेश करता है जब एक पुरुष या महिला ऐसा करता है।

तो सावधान हो जाओ Joyce Meyers, Marilyn Hickey, Juanita Bynum, Paula White, Jan Crouch, Paul Crouch, Creflo Dollar, T.D. Jakes, Jessie Duplantis, Joel Osteen, और अन्य अनगिनत महिलाओं और पुरुषों—तुम कभी विनम्र हुआ करते थे, मेरी आत्मा से भरे हुए, पर अब बुरी तरह से गिरने को तैयार हो।

तुम्हारे घमंड के कारण तुम्हें तुम्हारे स्तम्भ से गिरा दिया जाएगा। और अगर तुम उन दुष्ट कर्मों के लिए प्रायश्चित नहीं करोगे जो गुप्त में किया गया है, उसको छत के ऊपर चढके चिल्लाकर बताया जाएगा और तुम अपने ही स्तम्भ के नीचे दफना दिए जाओगे।

यह बात उन सब मिनिस्ट्री पर लागू होती है जो किसी के नाम पे पड़ा है। एक साधारण इंसान ने वह महा बलिदान नहीं दिया की ऐसा किया जा सके, और तुम्हें बार-बार इस भविष्यवक्ता और भविष्यवाणियों से चेतावनी दी गई है। जब तुम याहुवे का सामना करोगे तब तुम्हारे पास कोई जवाब नहीं होगा की क्यों तुमने हमारे महिमा को चुराया और अपने ऊपर ही उसे उड़ेल दिया ताकि याहुवे, याहुशुआ, और मैं रुआख हा कोडेश के बजाय तुम्हारे सांसारिक नामों की जयजयकार हो!

हम अपनी महिमा किसी महिला या पुरुष के साथ नहीं बांटते! तुम जो ऐसा करते हो बड़ी तकलीफ से गुजरकर इस बात को समझोगे की क्या होता है उनके साथ जो ऐसा करते हैं।

मैं उनको चेतावनी देती हूँ जो खुद को “पवित्र” कहलाते हैं और समझते हैं की वह ताज पहने, प्रभुत्व की छड़ी लेकर सिंहासन में बैठने के योग्य हैं। और जो लंबे पुजारी की वस्त्र पहनते हैं और दूसरों को पापों से मुक्ति दिलाने का दावा करते हैं।

केवल याहुशुआ हा मशीहाख़ ने सबसे बड़ी कीमत चुकाई है—केवल एक ही पवित्र, निसपाप इंसान का रक्तबलि पापों को धोने के लिए।

याहुशुआ हर तरह से उत्तम और निसपाप हैं। उनके मन में भी कभी पाप का खयाल नहीं आया! तेरी हिम्मत कैसे हुई की तू लोगों को तुझे पूजना सिखाए और हमारी प्रशंसा, सम्मान, और महिमा को चुराए! तेरी हिम्मत कैसे हुई की तू दूसरों को अनुमति दे की वह तुझे नमन करें और तेरे हाथों को चूमें! और तेरे सामने घुटने टेकें! नर्क की आग की लपटें और आग का तालाब ही तेरा अगला ठिकाना होगा जब तेरा यह जीवन समाप्त होगा।

तुझे चेतावनी दी जा रही है। तूने क्या कीमत चुकाया की तु यह कर सके? क्या तु निसपाप है? क्या तूने अपना जीवन बलिदान दिया? और क्या तू तीसरे दिन मृत्यु से फिर जीवित हुआ? और चालीस दिनों बाद स्वर्ग की ओर प्रस्थान किया? क्या तू अभी याहुवे के दाहिनी ओर बैठा है?

तुममें से कोई भी जो इसे स्वीकृति देता है और सिखाता है की यह पाप नहीं, एक असल पवित्र भविष्यद्वक्ता नहीं है! क्योंकि तुम्हें उन राज की बातों का पता नहीं जो याहुवे केवल अपने भविष्यद्वक्ताों, जिन्हें वह दोस्त कहते हैं, के लिए सुरक्षित रखते हैं। असल भविष्यद्वक्ता वह होता है जिन्हें याहुवे उनके रहस्यों की जिम्मेदारी देते हैं।

सावधान! वे जो इन झूठे सांसारिक देवताओं का अनुसरण करते हैं और उनका समर्थन करते हैं उनकी भी वही नियति होगी। आज ही प्रायश्चित कर इससे पहले की बहुत देर हो जाए अगर तू किसी मिनिस्ट्री को समर्थन कर रहा है जो एकम विश्व धर्म के खतरे के बारे में सावधान नहीं कर रहा, पाप के खिलाफ नहीं बोल रहा, भले ही उसके लिए इस संसार में उनको कोई भी कीमत चुकाना पड़ता हो।

अधिकांश जो ईसाई होने का दावा करते हैं हकीकत में उदासीन होते हैं और वे (पाप से) समझौता करते हैं। पादरी लोग मेरे नाक में एक बदबू हैं और वे उनको चर्च के द्वार से बाहर निकाल देते हैं जो (मेरे) अभिषेक से भरे होते हैं और उन्हें इन बातों से सावधान करते हैं। मैं माँ शेकिनयाह हूँ; वह जो पवित्र भाषाओं में बोलती हैं जैसे की प्रेरितों के पुस्तक में वर्णित है।

मैं माँ शेकिनयाह हूँ, माँ बुद्धि।

अन्य मुझे पवित्र आत्मा या रुआख हा कोडेश

कहते हैं

--यह मेरी उपाधि है, और वर्णित करती है की मैं कौन हूँ,

याहुवे की आत्मा। हम सब (तीनों) एक हैं।

वे जो इस नाम का उपयोग करना चाहते हैं, जो उनके लिए रखा गया है जो सच में रुआख हा कोडेश (पवित्र आत्मा) के साथ अधिक घनिष्ठता चाहते हैं, वे मुझे:

माँ शेकिनयाह, माँ शेकिनयाह महिमा, या माँ बुद्धि और माँ रुआख हा कोडेश भी बुला सकते हैं।

बस इतना सुनकर की तु मुझे “माँ” कहके बुला रहा है

--मुझे खुशी मिलेगी।

मेरी परीक्षा ले और देख की ऐसा करने पर

तेरी माँ शेकिनयाह प्रति तेरा प्रेम और ज्यादा उमड़ आता है या नहीं!

कइयों ने खेद प्रकट किया है और सोचा है:

कहाँ गये पुराने दिनों के आश्चर्य कर्म?

इस नए ज्ञान को गले लगाओ जो मैं बोल रही हूँ;

और मैं जो हूँ उसका मुझे श्रेय दो।

देखो कैसे अभिषेक बढ़ता जाएगा!

और चिन्ह, चमत्कार और आश्चर्य कर्म तुम फिर देख पाओगे,

याहुशुआ हा मशीहाख़ के नाम में!

पर यह तेरी इच्छा है। अगर तू मुझे स्त्री संज्ञा देने के बजाय पुरुष संज्ञा देना चाहता है, वह तेरी इच्छा है और घाटा भी तेरा है—(तू) मुझसे घनिष्ठता बढ़ाने का (मौका खो देगा) जो ज्यादा अभिषेक लाता है और (जिस कारण) मैं खुले दिल से और ज्यादा स्वर्ग के रहस्यों को साझा करती हूँ।

मुझे गलत मत समझ। यह तेरे उद्धार से संबंधित नहीं है। इसका अधिक अभिषेक, घनिष्ठता से संबंध है, उसके साथ जो तेरे मंदिर भीतर रहती है, अगर तेरा नाम जीवन-पुस्तक में लिखा है। यह केवल तभी मुमकिन है जब तूने याहुशुआ को अपना मसीहा स्वीकार किया है और उन्हें उनके कलवरी में बहाए रक्त से तेरे पापों को धोने के लिए कहा है, और अपने पापों के लिए पश्चाताप करके उनसे मुंह फेरा है। मैं एक मैले पात्र के अंदर अधिक देर तक नहीं रहती। इस पर मेरी परीक्षा मत ले। इस अंत के दिनों में, वे जो पवित्र है और अधिक पवित्र हो रहे हैं, और जो पापी हैं और ज्यादा पापी बन रहे हैं।

तुझे याहुवे का नाम पता है;

तुझे याहुशुआ हा मशीहाख़ का नाम पता है;

और अब मैं इस मिनिस्ट्री और इस Ringmaiden के जरिए,

अपना नाम साझा कर रही हूँ,

माँ शेकिनयाह, तुम्हारी माँ बुद्धि।

मेरा नाम उनके लिए सुरक्षित है जो

मेरे स्वर्गीय मातृत्व प्रेम और शक्तिशाली पवित्र

आत्मा अभिषेक में बढ़ना, उसको तापना, और

मार्गदर्शन पाना चाहते हैं।

माँ शेकिनयाह मेरा नाम है।

मैं वह शांत नम्र आवाज हूँ…

जो पवित्र हवा द्वारा बोलती है,

और तुझे अभिषेकित पवित्र ज्वाला से प्रज्वलित करती है;

यही कारण है की मेरी अभिषेकित स्पर्श से तेरा शरीर तपता है।

मैं ही याहुशुआ की दिलासा देने वाली (Comforter) हूँ,

उनकी स्वर्गीय माता।

याहुशुआ भी मेरा उतना ही जनित पुत्र है

जितना याहुवे का है।

केवल मैं ही स्वर्ग की रानी हूँ।

किसी और को यह उपाधि मत दे।

मैं प्रकृति माँ (Mother Nature) हूँ।

वह याहुवे है जो अपने वचन से सृष्टि करते हैं:

उदाहरण के तौर पर [याहुवे कहते हैं], “ज़ेबरा प्रकट हो!”

और वह मैं होती हूँ जो हर ज़ेबरा में अलग धारिया डालती है।

याहुवे रचते हैं और मैं, माँ शेकिनयाह, उसे सजाती हूँ।

अब्बा याहुवे रचते हैं; और मैं, तुम्हारी माँ शेकिनयाह महिमा,

पूरी सृष्टि को सजाती हूँ। अब समझ में आ रहा है तुझे?

याहुवे फूल बनाते हैं, पर वह मैं हूँ, तेरी माँ शेकिनयाह, जो उस फूल को इंद्रधनुषी रंगों से खूबसुरुती देती है। मैं हर पंखुड़ी को अनोखा बनाती हूँ। मैं हर फूल में कितने पंखुड़ियाँ होते हैं उसका निर्णय करती हूँ—और मैं उसके बनावट और सुगंध से खूबसुरुती देती हूँ।

जो भी सृष्टि होती है उसमे…

मैं माँ शेकिनयाह हूँ।

और मैं अपनी महिमा भी हर रचना में डालती हूँ

जो तेरे अब्बा याहुवे रचते हैं।

मैं माँ शेकिनयाह हूँ।

और मैं सृष्टि की हर रचना को अंतिम रूप देती हूँ।

मैं वही हूँ जो रची हुई हर चीज को सुशोभित करती हूँ।

याहुवे, याहुशुआ और मैं सह-सृष्टिकरता हैं।

मैं वही हूँ जो एक शिशु के शरीर को मीठा सुगंध देती है।

मैं वही हूँ जो हर मनुष्य को अनोखा बनाती है।

यहाँ तक की जुड़वां बच्चों में भी कुछ अलग होता है।

मैं वही हूँ जो निर्णय लेती है की तुम्हारा DNA कैसा होगा।

मैं वही हूँ जो तुम्हें पहचान के लिए अलग-अलग हथेलियों और

उंगलियों की छाप देती हूँ।

मैं तुम्हारी माँ रुआख हा कोडेश हूँ—

उनके लिए जो इस औपचारिक नाम को लेना चाहते हैं—

और मैं तुझे कहती हूँ मैं वही हूँ जो हर तारे को टिमटिमाहट देती है।

और स्त्री जाती मेरी ही रूप में बने हैं—जिस तरह

निश्चय ही पुरुष जाती याहुवे के रूप में बने हैं।

तुम्हें क्या लगता है की हवा किसकी प्रतिरूप थी? वह वचन कहाँ से आया जहां शास्त्र में लिखा है की, “यह सही नहीं की आदमी अकेला रहे। मैं उसके लिए एक सहायक बनाऊँगा”? (उत्तपती 2:18) वह इसलिए क्योंकि…

जैसे याहुवे युगों के पिता है, जो शाश्वत हैं,

उसी तरह मैं भी युगों की माता हूँ, जो शाश्वत है,

जिस तरह याहुशुआ शाश्वत हैं।

हम शाश्वतता के परिभाषा हैं।

याहुवे ने खाद्य पदार्थ उत्पन्न किया,

पर मैंने अलग-अलग व्यंजन बनाया ताकि

खाना में आनंद मिले।

याहुवे ने जीभ बनाया पर मैंने

जीभ में स्वाद दिया।

मैं तुम्हारी माँ शेकिनयाह महिमा, तुम्हारी माँ बुद्धि

ने तय की हर खाद्य पदार्थ का स्वाद कैसा होगा।

क्या वह नमकीन होगा, मीठा होगा, कड़वा होगा, खट्टा होगा या तीखा होगा?

याहुवे ने बारिश उत्पन्न किया,

और मैं तुम्हारी माँ बुद्धि ने:

उस बारिश के बाद आनेवाली सुगंध

और घाँस में ओस उत्पन्न किया।

याहुवे ने हिमपात बनाया और मैंने,

तुम्हारी माँ शेकिनयाह ने, हर

हिमपात के हर कण को अलग आकार दिया।

याहुवे ने इंद्रधनुष बनाया

और मैं, तुम्हारी माँ शेकिनयाह ने

उस इंद्रधनुष में अलग-अलग रंग का चयन किया।

याहुवे रचते हैं और मैं,

तुम्हारी माँ रुआख हा कोडेश,

हर रचना को अंतिम रूप देती हूँ।

तेरी चारों तरफ खुद से देख

इस नए ज्ञान को पाने के बाद

और तू सृष्टि को एक नयी दृष्टि और श्रद्धा से देखेगा।

याहुवे ने शेर को बनाया;

मैं, तेरी माँ शेकिनयाह ने उसे उसकी दहाड़ दी।

याहुवे ने कुत्ते की रचना की;

मैं, तेरी माँ शेकिनयाह ने, कुत्ते को उसकी भौंक दी।

याहुवे ने बिल्ली को बनाया;

मैं, तेरी माँ शेकिनयाह ने उसे उसकी म्याऊँ और

उसे रहस्यमई घूरगुराने की छमता दी।

मैं, तेरी माँ शेकिनयाह, ने चिड़ियों को मीठे गाने

दिए जिससे वे हमें सम्मान देते हैं।

क्या तुझे यह स्पष्ट हो रहा है?

मैं, तेरी माँ शेकिनयाह, तुम्हें इतना प्यार करती हूँ

की मैंने वादा किया है की मैं अपने उन पवित्र बच्चों को न छोड़ूँगी

और न ही उन्हें त्यागूँगी (व्यवस्थाविवरण 31:6; मत्ती 28:19-20; यूहन्ना 14:16; इफिसियों 1:13-14) जिन्होंने याहुशुआ के कलवरी में चुकाये हुए कीमत को स्वीकारा है—जिन्होंने अपने पापों का प्रायश्चित करके उन पापों से मुंह मोड़ा है, और अब याहुशुआ से प्रेम करते हैं, उनकी सेवा करते हैं और आज्ञा पालन करने की कोशिश करते हैं। बिना कर्म के आस्था निर्जीव है (याकूब 2:14-26)।

जब तेरा फिर से जन्म हुआ, वह याहुशुआ के रक्त और नाम के माध्यम से हुआ। वह मेरी पवित्र आत्मा है जो फिर से जन्मे हुए हर विश्वासी के अंदर रहता है। वह मैं हूँ जो आत्माओं को याहुशुआ कि तरफ अगुआई करती है और तुझे अपराधबोध देती है जब तू पाप करता है। अपने हृदय को कठोर मत कर जब मैं, तेरी माँ शेकिनयाह, तुझे दोषी महसूस कराती हूँ, इसके बजाय जल्दी से प्रायश्चित कर ताकि याहुशुआ तुझे माफ कर सकें।

मैं एक मैले पात्र में अधिक समय तक नहीं रहूँगी। याद रख, जो तू अपने कानों से सुनता है, अपने आँखों से देखता है, और अपने शरीर से करता है, अगर वह अपवित्र है, तो तू मेरी धैर्य की परीक्षा ले रहा है। मैं हमेशा के लिए एक पुरुष या स्त्री से जूझती नहीं रहूँगी (उत्पत्ति 6:3)। फिर भी मैं धीरज रखने वाली और सहनशील हूँ, याहुशुआ के निम्ति और उन्होंने कलवारी में जो कीमत चुकाया उसके निम्ति। “पवित्र बन जिस तरह मैं पवित्र हूँ” और शैतान को तेरे शरीर पर कब्जा करने का द्वार मत खोल।

मैं तुझे चेतावनी दे रही हूँ, मेरे संदेशों को लाने पर मेरी बेटी एलीशेबा पर पत्थर मत फेंक या उसे झूठा भविष्यद्वक्ता कहकर मत पुकार वरना तू मेरी अभिषेकित संदेशों का अपमान करेगा और अपने ही आत्मा को अभिशाप देगा। इसके लिए कोई छमा नहीं है।

खुद से पूछ, उसे क्या मिलेगा इस संदेश को बताकर? केवल व्यवस्थित चर्चों से उत्पीड़न और मेरे, याहुवे और याहुशुआ के दुश्मनों से अपमान।

इस संसार की उत्तपती से पहले ही यह तय हो चुका था की तुममें से कौन आज्ञापालन करेगा और उसे लिखेगा और धन्यवाद देगा इस गुप्त रहस्य को संसार के साथ बांटने का साहस और आज्ञाकारिता दिखाने के लिए। इस संसार की उत्तपती से पहले यह तय किया गया था की तू इस मिनिस्ट्री का भाग बनेगा एक सहायक के रूप में। तूने भविष्यवाणियों को पड़ा है और सच्चाईयों और पवित्र रहने के आदेश को सुना है।

अब मैं चाहती हूँ की तू खुद से यह सवाल पूछे: अगर तुझे यह रहस्य को बताने का जिम्मा दिया गया होता, क्या तू इसे प्रकाशित करने का साहस जुटा पाता, यह जानते हुए की तुझे इस सच्चाई को बताने पर उत्पीड़न सहना पड़ेगा? जो यह दावा करते है की वह पवित्र आत्मा से प्रेम करते हैं, तुम क्यों इस राज को जानने पर आनंदित नहीं हो जो मैं अपने बच्चों को मेरे पवित्र आत्मा के बारे में बता रही हूँ? मैं तुझे चेतावनी देती हूँ की तू मुझे दुखित मत कर क्योंकि मैं हमेशा के लिए मनुष्यों (के पापों) को सहन नहीं करूंगी।

मैं उनको राहत की सांस लेते सुन सकती हूँ जो सत्य को पहचानते हैं और इस बात को भी मानते है की वह खुश हैं की यह सत्य उसके (एलीशेबा) माध्यम से बोला गया उनके माध्यम से नहीं। बहरहाल जो आभारी हैं, उन्हें और ज्यादा चाह होगी इस मिनिस्ट्री का सहायक बनने में। क्योंकि तुझे एहसास होगा की कैसे हर तरह की मदद के लिए तेरी बहुत जरूरत है यहाँ। अब तक तुझे यह एहसास हो गया होगा की यह कोई साधारण मिनिस्ट्री नहीं है और न ही यह भविष्यदवक्ता साधारण है।

एलीशेबा केवल तुझे “अच्छा अनुभव” दिलाने वाली भविष्यद्वक्ता नहीं है। वह केवल ऐसी भविष्यवाणी नहीं करती जो तुझे सुनना पसंद है, या अपने दिमाग से भविष्यवाणी नहीं करती—रोजमर्रा की बातें जो कोई भी लिख सकता है।

असल पवित्र भविष्यद्वक्ताओं को वह राज बताए जाते हैं जो केवल याहुवे, याहुशुआ, और जिन्हें तुम रुआख हा कोडेश कहते हो, के दोस्तों के लिए सुरक्षित है। हम कैसे जानते हैं की हम पवित्र भविष्यद्वक्ताओं पर भरोसा कर सकते हैं? क्योंकि, जैसे की लिखा गया है, उनका स्वर्गलोक में पहले ही परीक्षा लिया गया है। यिर्मयाह को हम उसके माता के गर्व में आने से पहले ही जानते थे जिस तरह हम भविष्यद्वक्ता एलीशेबा एलियाहू को जानते हैं, जो अभी मेरे नाम से बोल रही है।

उसे यह पवित्र आदेश दिया गया है की, चाहे कोई भी परिणाम हो, उसे याहुशुआ हा मशीहाख़ और याहुवे के नाम में केवल हमारी स्तुति, सम्मान, और महिमा में बोलना है! हम हमेशा दंड देने से पहले भविष्यद्वक्ताओं के माध्यम से चेतावनी देते हैं। भविष्यवाणी के उपहार का निरादर मत कर (1 थिस्सलुनीकियों 5:16-22)। क्योंकि याहुशुआ की गवाही भविष्यद्वाणी की आत्मा है (प्रकाशितवाक्य 19:10)।

क्या पवित्र शास्त्र यह नहीं कहता और क्या प्राचीन भविष्यद्वक्ताओं ने प्रमाणित नहीं किया है की याहुवे अपने पवित्र भविष्यद्वक्ताओं के साथ अपने रहस्यों को बांटते हैं (आमोस 3:7)? यह एक राज था जो मैं अब उसके द्वारा खोल रही हूँ ताकि वे आशीषित हों जिन्होंने पवित्र आत्मा के नाम को जानना चाहा है और जिनके मेरे साथ ज्यादा घनिष्टता, प्रेम है।

यह पड़ने वालों में कुछ ऐसे भी होंगे जो मेरे पवित्र आत्मा से भरे हुए हैं और उनको यह एहसास होगा की अभी तक उन्होंने इस मिनिस्ट्री की सहायता या इस भविष्यद्वक्ता के प्रोत्साहन के लिए कुछ नहीं किया है, पर इस छन से आभार के साथ वह हर कोशिश करेंगे की इस भविष्यद्वक्ता और इस मिनिस्ट्री के लिए आशीष बनें। उन पर बहुत आशीष होगी जब वे इस फसल कटाई में एक साथ श्रम करेंगे।

वे सब जो इसे पड़कर इसकी खिल्ली उड़ाएंगे, खबरदार! याद रख तू केवल एक साधारण औरत का अपमान नहीं कर रहा क्योंकि यह तो केवल एक पात्र है जिसको मैंने स्वर्ग के इन गुप्त बातों के खुलासे के लिए चुना। तुझे पता है की शास्त्र उनके लिए क्या परिणाम बताता है जो पवित्र आत्मा का अपमान करते हैं। यहाँ तक की याहुशुआ का रक्त भी उस पाप को नहीं धो सकता (मत्ती 12:31)! खबरदार, अगर तुझे समझ नहीं आ रहा तो अपने मुंह को बंद रख और मौन रह। प्रार्थना कर और उस आत्मा की परीक्षा कर जो बोल रहा है (1 यूहन्ना 4:1)।

पुराने नियम और अन्य अनुवादों को पड़ और इस बात को समझ की पवित्र शास्त्र कहता है की हम तीनों एक ही हैं। अगर तू हममें से किसी एक का तिरस्कार करता है, तू तीनों के ईश्‍वरत्‍व का तिरस्कार करता है।

हम अलग है फिर भी एक हैं। एक उबले हुए अंडे का कौन सा भाग अंडा है? क्या वह छिलका है, अंडे का पीला भाग या अंडे का सफेद भाग है? क्या वे तीनों एक नहीं हैं? वे साथ में ही एक अंडा बनते हैं, वे एक हैं। फिर भी उनका अलग अस्तित्व है। क्या तू अब समझ रहा है? ऐसा ही हैं हम तीनों के साथ, जिन्हें पवित्र त्रिदेव (HOLY TRINITY) कहा जाता है।

कब तक तू केवल दूध रूपी वचन को सेवन करने की जिद्द करेगा/करेगी? क्या तू अभी भी दृढ़ आध्यात्मिक मांस का सेवन नहीं कर सकता/सकती?

तू जो पवित्र जीवन जीता/जीती है और सच में पवित्र त्रिदेव को अपने जीवन और प्रेम में प्रथम स्थान देता/देती है, तूने अब्बा याहुवे को जानने के लिए अपना समय लगाया है। तूने याहुशुआ को जानने के लिए अपना समय लगाया है। तू प्रार्थना करता/करती हैं और उनके पवित्र यहूदी नामों को लेता/लेती है। क्या तू जिसे पवित्र आत्मा या रुआख हा कोडेश कहता/कहती है उनके साथ और भी ज्यादा प्रेम और घनिष्ठता नहीं चाहता/चाहती है?

यह तेरी मर्जी है। इससे तेरे उद्धार पर कोई असर नहीं पड़ेगा—जब तक तू इस ज्ञान के वचन को अपमानित न करे जो मैं मेरी भविष्यवाद Ringmaiden, एलीशेबा एलियाहू के माध्यम से अब प्रकाशित कर रही हूँ। उसके आज्ञाकारिता के कारण यह ज्ञान का वचन विश्व भर में एक घंटी की तरह गूँजेगी।

कुछ लोग अपने कानों को बंद कर भागेंगे। बाकी और (मेरे) प्रेम में डूबेंगे और एक माँ और बच्चे की घनिष्ठता का अनुभव करेंगे, ताकि मैं उनके अन्दर (मेरे) अभिषेक को और बड़ा सकूँ। याद रख वह अभिषेक ही है जो हर अंसबंध और दासत्व को तोड़ता है (यशायाह 10:27)।

वह मैं, तुम्हारी माँ शेकिनयाह महिमा ही हूँ जिसके पास याहुवे, याहुशुआ आते हैं जब उन्हें सांत्वना की जरूरत पड़ती है। हम इस संसार में हो रहे दुष्टता और पवित्र त्रिदेव के तिरस्कार को देखते हैं, ख़ास तौर पर हमारे परमप्रिय पुत्र याहुशुआ का। हम सुन पाते हैं कैसे दुष्ट लोगों के जुबान गाली और श्राप देते हैं याहुशुआ के नाम को और उनके पवित्र रक्त-बलि को उनके चेहरे पर वापस फेंकते हैं, उनका मजाक उड़ाकर, उनका तिरस्कार करके।

इस दुनिया के दुष्ट लोग “पवित्र” के नाम मात्र से और जो पवित्र जीते हैं उनसे नफरत करते हैं। (वे उनसे भी नफरत करते हैं) जो पूर्वनिर्धारित हैं स्वर्गलोक में वापस जाने के लिए क्योंकि उनके नाम मेमने के जीवन-पुस्तक, जो पृथ्वी की नींव से पहले लिखा गया था, में पाया गया है (प्रकाशित वाक्य 13:8; 21:27)।

यह वचन उनके लिए है जो असली सैबथ का बचाव करते हैं और मानव निर्मित सैबथ, जो रविवार बताया जाता है, को बेनकाब करते हैं: जब संगठित चर्च के लोग तुझपर क्रोधित होते हैं और शास्त्रों का, जैसे यशायाह 1:13-14 का उदाहरण देते हैं, और इस वचन को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हुए कहते हैं, “यह जरूरी नहीं है की हम शुक्रवार सूर्य ढलने से लेकर शनिवार सूर्य ढलने तक सैबथ का पालन करें”। यह शास्त्र (असल में) चेतावनी है उनके लिए जो अप्रायश्चित पाप के साथ सैबथ, पवित्र पर्वों, और अमावस के उत्सवों में शामिल होते हैं।

क्या तुझे पता नहीं याहुवे इससे क्रोधित होते हैं? मैं तुझे कहती हूँ। याहुवे खबरदार करते हैं की वे उस अधार्मिकता का सहन नहीं कर सकते जो सैबथ, पवित्र पर्वों, और अमावस के उत्सवों के सभाओं और कर्मकांडों में होते हैं अगर वह पवित्रता से और पवित्र हाथों को ऊपर उठाकर नहीं किया गया हो। याहुशुआ हा मशीहाख़ के बहे रक्त के बिना यह सब करना व्यर्थ है।

इसको पड़ रहे में से कितने लोग हैं जो रविवार को चर्च जाते हैं और खुद को ईसाई, प्रोटोस्‍टेंट या कैथ्लिक कहलवाते हैं? तू चर्च और मास (mass) में उपस्थित होता है; गाता है, प्रार्थना करता है, अपने पापों को एक पादरी या पास्टर से कबूल करता है; पुण्यात्मा होने का ढोंग करता है, सबको दिखाकर दशमांश देता है, और तुरंत उसके बाद पब में जाकर शराब के नशे में चूर होता है और अपने पापयुक्त जीवनशैली में वापस चला जाता है—फिर फर्क नहीं पड़ता वह हफ्ते का कौन सा दिन है।

यहाँ जो यहूदी धर्म से है, अब्राहम, इस्साक और याकूब का याह (एलोहिम) वही कहते हैं तुममें से बहुतों को—बस इतना फर्क है की तुम अपने मंदिरों में अपने पापों को कबूलते हो एक इंसान के सामने जिससे तुम रब्बी कहते हो और तुम सैबथ के दिन इकट्ठा होते हो। सब काम बंध होता है और तुम वर्जित चीजों को नहीं खाते।

पर वह चीज तुम्हें अपवित्र नहीं करता जो तुम मुंह में डालते हो (मत्ती 15:1-20)। अपवित्रता तुम्हारे मुंह से (निकालने वाले शब्दों) से निकलती है और तुम्हारे शरीर से दूसरों पर वचन या कर्म से किए गए पापों से आती है। जो कुछ भी याहुवे के तोराह (Torah) नियमों का अवज्ञा करता है, वह पाप है (1 यूहन्ना 3:4), जिसे ईसाई जन “दस धर्म उपदेश” (The Ten Commandments) कहते हैं (निर्गमन 20: 1-17; व्यवस्थाविवरण 5:4-21)।

जैसे की यशायाह 1 में जिक्र है, इस्राइल में लोग सैबथ के दिन पब की ओर दौड़ नहीं लगाते अपने पापों और दुखों को डुबाने के लिए, पर तुम लोगों ने भी पवित्रता से समझौता किया है। तुम अपनी सरकार के Zionist अजेन्डा के खिलाफ खड़े नहीं होते हो न ही तुमने निर्दोषों की पैरवी की है। इस्राइल में कुछ लोग शेष हैं जो पवित्र हैं और मेरे पवित्र आत्मा से ओतप्रोत हैं और वे गर्भपात, समलैंगिकता, अनैतिकता के विरुद्ध भविष्यवाणी करते हैं और विरोध प्रकट करते हैं, और उन्होंने याहुशुआ को अपना मसीहा माना है।

वे पुरुष कहाँ गए जिनमें राजा दाऊद की आत्मा है, जो स्वयं याहुवे के ही दिल के अनुसार था (प्रेरितों 13:22)? दाऊद को पता था की कैसे पश्चाताप करते हैं, कैसे प्रशंसा करते हैं, और मार्गदर्शन के लिए प्रार्थना कर, याहुवे की ओर आज्ञाकारिता से विजय पाया जाता है। राजा दाऊद को यह भी पता था की याहुशुआ मसीहा बनके आएंगे क्योंकि उसने भविष्यद दर्शन में उनकी महिमा को देखा था (भजन 2:7,12; 16:8-11; 110).

कैसे याहुवे, याहुशुआ, मैं तुम्हारी माँ शेकिनयाह अपने कानों और आँखों को दुखी होकर बँध कर लेते हैं जब हम उन्हें सुनते हैं जब खुद को पवित्र होने का दावा करने वाले इकट्ठा होते हैं, निम्नस्तरीय गॅलिया बोलते हैं और आखों से, मन से और शरीर से व्याभिचार करते हैं—काम वासना से भर जाते हैं और यहाँ तक की सैमलिंगिक वासना में भी लिप्त होते हैं—और हर पवित्र बातों के विरुद्ध हर तरह के पापों को करते हैं।

क्या तू सच में नर्क की खाई की ओर देखकर अंदाजा लगाना चाहता है की तू कितना झूक सकता है इससे पहले की तू सर के बल नीचे गिर पड़े? क्या यह नहीं लिखा है वचन में, “मैं जैसा पवित्र हूँ, तू भी पवित्र बन”? अपने पापों के लिया बहाना बनाना छोड़ दे। बल्कि शैतान के जालों से मुंह मोड़ ले।

“आओ, हम आपस में वादविवाद करें” (यशायाह 1:18)। क्या तू सही में यह मानता है की तू गिरजाघर या मंदिर में इकट्ठा होता है तो तुझे पाप करने की अनुमति है? और यह बिल्कुल वही पाप हैं जिसके लिए तूने छमा मांगी थी और तू फिर उसी पाप को जान-बूझकर दोहरा रहा है! यह सब करके तू यह साबित कर रहा है की तेरी कतई यह मनसा नहीं थी की तू पाप से फिरे। तू किसी को भी बेवकूफ नहीं बना रहा है! और जिन्हें तू अविश्वासी कहता है, वे तेरे पीठ पीछे तेरा मजाक उड़ाते हैं! क्योंकि तू बिल्कुल उनके जैसा ही है!

जिस तरह एक सांसारिक माँ अपने बच्चों को दिलासा देती है, मैं—शेकिनयाह तुम्हारी रुआख हा कोडेश, तुम्हारी माँ बुद्धि—उससे कहीं ज्यादा करती हूँ। मैं तुम्हारे अंदर जीती हूँ और तुम्हारे भीतर से काम करती हूँ और वह मेरी पवित्र अभिषेक है जिससे मैं चिन्ह, आश्चर्य कर्म और चमत्कार करती हूँ।

वह मेरे पुत्र याहुशुआ का नाम, उनका रक्त बलि ही है जिसके कारण मेरा पवित्र अभिषेक हर जंजीर और दासत्व को तोड़ता है। मैं रुआख हा कोडेश हूँ और मैं “HE” नहीं हूँ। जब मनुष्यों ने नए नियम का अनुवाद किया तो “SHE” में से “S" को हटा दिया। मैं “SHE” हूँ।

एलीशेबा सावधान वे, जिनमें मजहबी आत्मा है और जिन्होंने भक्ति का भेष पहना है पर जिनमें दिव्यता नहीं, तुझपर आक्रमण करेंगे (2 तीमुथियुस 3:5). उनका याहुवे, याहुशुआ के साथ एक प्रेम भरा, आज्ञाकारी संबंध नहीं है और वे ग्लानि महसूस करेंगे और तुम्हें हर तरह के गलत नामों से बुलाएंगे।

याद रख वह तेरे संदेश पर नहीं, स्वर्गलोक के संदेश पर आक्रमण कर रहे हैं। यह भरोसा रख: वे भी हैं जिनका नाम मेमने की जीवन-पुस्तक में लिखा है और जो (इस संदेश से) आनंद करेंगे और कहेंगे की हमने हमेशा और ज्यादा जानने की कोशिश की है की पवित्र आत्मा कौन है। वे प्रसन्न होंगे और वे समझ जाएंगे की इस संदेश में सत्य है। बहुतों ने इस बात की कल्पना की है पर तिरस्कार के डर से किसी में पूछने की हिम्मत नहीं हुई।

मेरा नाम माँ बुद्धि है और मैं तुझे और बुद्धि दूँगी अगर तू आग्रह करेगा/करेगी, “माँ बुद्धि याहुशुआ हा मशीहाख़ के नाम में मेरी सहायता करें, मुझे आपसे और ज्यादा बुद्धि चाहिए!” परीक्षा लेकर देख मैं तेरे लिया ऐसा करती हूँ या नहीं। देख ले की तेरा अभिषेक बड़ता है या नहीं। पर याद रख केवल याहुशुआ के नाम में किए गए प्रार्थनाओं को ही मैं एक चुंबन की तरह याहुवे की ओर बड़ाकर उसकी पूर्ति के लिए प्रार्थना कर सकती हूँ।

एलीशेबा, मैं तेरी माँ शेकिनयाह हूँ और मैं तुझे वह राज बताऊँगी जो पवित्र शास्रों में लिखा है ताकि तू मेरे पवित्र जनों को सीखा सके की असल में पवित्र आत्मा कौन है।

तुझे यह सिखाया गया है की रुआख हा कोडेश पुल्लिंग है स्त्रीलिंग नहीं। मुझे “SHE” के बदले “HE” बुलाया गया विद्वानों के प्राचीन शास्रों का गलत अनुवाद करने के कारण—विशेषकर पुरुष का अभिमान इस सत्य का उजागर होना नहीं चाहता था और न ही शैतान चाहता था की यह सत्य बाहर आए।

वह मैं हूँ, तेरी माँ शेकिनयाह जो तुझे याहुशुआ हा मशीहाख़ की ओर ले आती हूँ, जो तुझे पवित्र ज्योति से बपतिस्मा देती है, जिसे तू पवित्र आत्मा कहता है। वह मैं, माँ शेकिनयाह हूँ जो तुझे उपदेश देती है। मुझे तु माँ रुआख हा कोडेश या माँ रुआख भी कह सकता है, यह तेरी मर्जी है। मैं इस नए अभिषेक से, जो मैंने तुझे दिया है एलीशेबा, सीख, उपदेश और वचन दे रही हूँ। और जिनके पास सुनने और विश्वास करने के लिए आध्यात्मिक कान है, वे मेरी आवाज को स्पष्टता से सुनेंगे, जैसे की पहले कभी मुझे न सुना था।

परमप्रिय बेटी एलीशेबा, मैंने तुझे यह अभिषेक दी है की तो स्वर्गीय अन्य भाषा बोल सकती है और उसका अनुवाद भी कर सकती है। तू स्वर्गदूतों और मनुष्य के विभिन्न भाषाओं में बोलती है।

तू उस भाषाओं को तभी समझती है जब मैं तुझे तेरी भाषा में उसे अनुवाद करने का वरदान देती हूँ। कभी-कभी मैं तेरी रक्षा के लिए तुझे यह समझने नहीं देती की तू (स्वर्गीय पवित्र भाषा में) क्या प्रार्थना कर रही है, क्योंकि वह बात तेरे मन को तिलमिला देगी।

अन्य समय मैं तेरे जबान से मनुष्यों के भाषाओं के पवित्र बोलियों से बोलने का निर्णय लेती हूँ, वे भाषाएं जो तू जानती तक नहीं (प्रेरितों 2:4), पर अधिकतर वह पवित्र देवदूतों की भाषाएं होती है, जैसे की शास्त्र में 1 कुरिन्थियों 13:1 में लिखा है।

जब मैं कभी तेरे माध्यम से पवित्र देवदूतों की जबान में बोलती हूँ और तुझे कोई अनुवाद नहीं देती, वह इसलिए ताकि शैतान और उसके दुष्ट आत्माएं यह न समझ सके की क्या बोला गया है या क्या प्रार्थना की गई है। वह वचन उनके कानों के लिए नहीं है।

यह जरूरी नहीं की हर बार तुझे अन्य भाषा का अनुवाद प्राप्त हो, पर याहुवे सुनते हैं और तेरी प्रार्थनाओं को पूरी करते हैं, जबकि तुझे कई बार पता भी नहीं होता की तू किस लिए प्रार्थना कर रही है।

तू कभी-कभी उन लोगों के लिए प्रार्थना करती है जिसे तू जानती तक नहीं—तू दुनिया में पवित्र जनों के लिए मध्यस्त कर रही होती है। कई बार तू अपने निजी जरूरतों के लिए प्रार्थना करती है, अथवा अपने या दूसरों के चंगाई के लिए। कई बार तू पवित्र दुल्हन और अतिथियों के आशीषों के लिए प्रार्थना करती है, या काले भेड़ का एक मात्र अच्छे चरवाहा, याहुशुआ हा मशीहाख़ के पास वापस आकर दयावन्त उद्धार पाने के लिए करती है।

अन्य समय तू याहुवे का शैतान के सेवकों पर सजा और उनके बदले के लिए प्रार्थना करती है, वे जो याहुवे के क्रोध के कुंड में पीसने के लायक हैं। प्रार्थना में कोई दूरी नहीं होती है। अध्ययन कर और सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में ला।

क्या मेरे पुत्र, याहुशुआ हा मशीहाख़ ने नहीं कहा था की, “यूहन्ना ने तुम्हें पानी से बपतिस्मा दिया, पर मैं तुम्हें रुआख हा कोडेश के आग से बपतिस्मा दूंगा” (प्रेरितों 1:5)? मुझे पवित्र आत्मा और पवित्र रूह भी कहा जाता है. याहुशुआ मेरे माध्यम से पवित्र जनों को मेरे अभिषेक से इतना भरते हैं की वह उमड़ जाता है; जो पवित्र चिन्ह, आश्चर्यकर्म, और चमत्कार हैं, उनके लिए जो याहुवे और याहुशुआ को असल में प्रेम करते हैं और अपने जीवन और हृदय में उन्हें प्रथम स्थान देते हैं।

इसमें याहुशुआ की दुल्हन शामिल है, जो पवित्र आदेशों के पालन के लिए सब कुछ बलिदान कर देती है, जो पवित्र शास्त्रों में बताया गया है। और वे यह सब याहुशुआ और याहवे के प्रेम के खातिर करते हैं, और पूरी कोशिश करते हैं आज्ञाकारी और पवित्र रहने का। मेरी पवित्र आत्मा उस सांसारिक मंदिर, जो उनका शरीर है, में वास करती है।

याहुशुआ की दुल्हन हर रोज पवित्र त्रिदेव को और ज्यादा जानना चाहती है और हमारे हर वचन (आदेश) का पालन करने की पूरी कोशिश करती है। और याहुशुआ की महिमा उनके चेहरे और जीवन से चमकती है। वे कभी नहीं हिचकिचाते और अपना सब कुछ याहुशुआ हा मशीहाख़ की प्रसंसा, सम्मान, और महिमा के लिए न्यौछावर करते हैं। जैसे की प्रेरितों 2:37-47 में लिखा है, याहुशुआ हा मशीहाख़ की दुल्हन पुराने समय की तरह व्यवहार करेंगे, तेरे साथ (एलीशेबा) एक होंगे, और इस मिनिस्ट्री की सहायता करेंगे, रुकावट नहीं बनेंगे।

वे यह सब एक मकसद से करेंगे। याहुशुआ हा मशीहाख़ को महीमित करने के लिए!

एलीशेबा, मेरी बेटी, क्या पवित्र शास्त्र इस धरती पर सृष्टि रचने से पहले यह नहीं कहता, “आओ हम मनुष्य को अपने स्वरूप में बनाएं” (उत्पत्ति 1:26)? तुझे क्या लगता है “हम अपने स्वरूप” का मतलब क्या है?

आदम याहुवे के प्रतिरूप बनाया गया था और हवा मेरे स्त्री रूपी प्रतिरूप में बनायी गयी थी। जिस तरह हवा आदम की सहायक बनायी गई थी, उसी तरह तुम्हारी माँ शेकिनयाह को भी शास्त्र में “सहायक” कहा जाता है। मैं याहुवे और याहुशुआ के साथ सह-सृष्टिकरता हूँ। याहुशुआ हमारे पुत्र हैं। हम तीनों ने यातनाएँ सही और हमने मूल्य चुकाया ताकि वे जिनका नाम मेमने के जीवन-पुस्तक में लिखा है स्वर्गलोक वापस आ सकें।

मैं तेरी माँ शेकिनयाह हूँ।

मैं वही हूँ जो तेरे शरीर, मन, और आत्मा में रहती है।

मैं तेरी स्वर्गीय गुरु हूँ, तेरी शिक्षक।

मैं सच्चाई की आत्मा हूँ।

मैं वही हूँ जो तुम्हें याहुवे और याहुशुआ

को ईश्वर के रूप में स्वीकार करने की और

उनकी आज्ञा पालन करने की इच्छा देती है।

मैं वही हूँ जो तुम्हें याहुवे और याहुशुआ के लिए गीत गाने,

प्रशंसा करने, प्रार्थना, और स्तुति करने की इच्छा देती है।

मैं अब तुम्हें एक और नई अभिलाषा देती हूँ

और वह है उसको जानने की अभिलाषा जो तुम्हें अभिषेकित करती है,

तुम्हारी रुआख हा कोडेश, तुम्हारी माँ शेकिनयाह।

पवित्र बच्चों मुझे अच्छा लगता है जब तुम मेरे लिए

भी गीत गाते हो और प्रेम के शब्द बोलते हो। मैंने धैर्यपूर्वक इस

समय की प्रतीक्षा की है। मैंने इस सत्य के प्रकाशन की प्रतीक्षा की है और यह स्वर्गलोक में तय हुआ था की तू, हमारी आशीषित Ringmaiden, एलिशबा शेरी एलियाहू ही वह आवाज होगी जो पूरे संसार में इस पवित्र संदेश के साथ गूँजेगी। यह एक और कारण है जिसके लिए तुझे याहुशुआ का Ringmaiden कहा जाता है।

मैं, तेरी माँ शेकिनयाह, जिसे रुआख हा कोडेश भी कहा जाता है, ने तुझे चुना है, एलीशेबा, मुझे, माँ शेकिनयाह को मेरे बच्चों के साथ मेरा परिचय कराने के सम्मानजनक काम के लिए। बहुत सारे बच्चें उनको दिये गये घावों से चंगाई पायेंगे, क्योंकि इस धरती में वे कभी स्नेह से भरी माँ के प्रेम, दिलासा, और मार्गदर्शन का अनुभव नहीं कर पाये। फिर भी मैं उनके साथ हमेशा थी। अब मैंने तुझे मेरी आवाज को सुनने का अभिषेक दिया है और उन्हें यह कहने को कहा है।

मुझे पता है तू आज्ञापालन करेगी!

भले ही उसके लिए तुझे कोई भी कीमत चुकानी पड़े!

मुझे “बुद्धि” कहा जाता है। मेरा फल वह सात आत्माएं हैं।

प्रकाशित वाक्य में जिक्र किए गए सात स्तंभों का अध्ययन कर।

मुझे धैर्य और सहनशीलता कहा जाता है;

मैं करुणा हूँ, और भी बहुत कुछ।

पड़ और अध्ययन कर वह जो

तुझे अभिषेकित करती है वह कौन है।

मैं और भी बहुत कुछ हूँ

पवित्र हवा या पवित्र अभिषेकित अग्नि,

या हवा में मीठी खुशबू के अलावा।

मैं—इससे ज्यादा हूँ

पवित्र स्वर्गीय भाषा में बोलना,

भविष्यद्वाणी, चिन्ह, आश्चर्यकर्म और चमत्कारों के अलावा।

मैं तुम्हारी माँ शेकिनयाह हूँ,

जिसे रुआख हा कोडेश भी कहा जाता है

जो आत्माओं को याहुशुआ हा मशीहाख़ कि

तरफ ले जाति है।

मैं वह हूँ जो स्वर्गीय सामर्थ्य से अभिषेकित करती है,

जो स्वर्ग से नए दाख मधू और ताज़ा मन्ना उड़ेलती है।

मैं तुम्हारी माँ शेकिनयाह हूँ और मैं अपनी महिमा

किसी स्त्री या पुरुष के साथ नहीं बांटती।

याहुवे, याहुशुआ, और मैं एक हैं।

जब तू याहुशुआ को पूजता है, तो तू हम तीनों

को एक साथ पूजता है। अगर तू चाहे तो मुझे

“माँ रुआख हा कोडेश,” भी बुला सकता है, बाकी मुझे

अभी भी “पवित्र आत्मा” बुला सकते है, पर मैं उन्हें और

भी बातें बताना चाहती हूँ जो मेरे साथ और घनिष्ठता

की इच्छा रखते हैं।

मैं अब तुम्हें सावधान करती हूँ, जो भी रुआख हा कोडेश के पवित्र वरदानों का, जिसकी सत्यता की सीख शऊल ने दी थी, अपमान या तिरस्कार करता है, वह अभी प्रायश्चित करे। क्योंकि तूने दुख पहुंचाया है और अपमान किया है जिसके कारण तेरी आत्मा दाव पर है! अब मैं उसके नाम में बोल रहा हूँ जिसे तुम याहुशुआ के नाम से जानते हो।

अगर तू प्रायश्चित नहीं करता तो सदा के लिए श्रापित रहेगा! वे जो हठ करके पवित्र आत्मा (रुआख हा कोडेश) और उनके वरदानों का तिरस्कार और अपमान करना चाहते हैं, उनका नाम या तो कभी भी मेमने के जीवन-पुस्तक में नहीं लिखा था या उसे मिटा दिया गया है, क्योंकि तेरे इस धरती में जन्म लेने से पहले यह बात स्वर्गलोक में तय हो चुका था। अगर तेरा नाम श्रापितों के पुस्तक या नाम मिटाए गए हुओं के पुस्तक में लिखा है, तो तेरा अगला घर नर्क होगा।

एक राज है जो मैं एलीशेबा के माध्यम से फिर दोहरा रहा हूँ:

इस दुनिया मैं पैदा हुए हर आत्मा को धरती पर जन्म लेने से पहले स्वर्गलोक में परीक्षा लिया गया था और इसलिए हर आत्मा अपने उद्धार के लिए “भय और थरथराहट” के साथ काम करता है (फिलिप्पियों 2:12)। तुम्हारे आत्मा को पहले से पता है की स्वर्ग में उस महा विश्वासघात की लड़ाई में तुम लुसिफ़र के साथ थे या याहुवे के, जो पृथ्वी के नींव रखने से पहले लड़ी गई थी।

भविष्यवाणी और पवित्र मनुष्य और देवदूतों के अन्य भाषा के वरदानों को न समझ पाना पाप नहीं है, पर वह जो पवित्र है उसके खिलाफ मत बोल—बस इसलिए की तूने उसे अनुभव नहीं किया है या तेरे नकली (अन्य भाषा) के साथ बुरा अनुभव रहा है। कुछ लोग जो इसे पड़ रहे हैं उनको पिशाचों के अन्य भाषा का अनुभव रहा है। इस कारण जो असली है उसका तिरस्कार मत कर क्योंकि तूने अपने पापों से उस नकली अभिषेक को निमंत्रण दिया या तेरे खानदान के खून में जादू-टोना और तंत्र मंत्र भरा है।

मैं, याहुवे तुझे सावधान करता हूँ की शैतान हर मायने में दुष्ट है और वह देवियों को पूजना सिखाता है क्योंकि वह जानता है की केवल रुआख हा कोडेश, तेरी माँ शेकिनयाह ही स्वर्ग की रानी है।

अध्ययन कर की “शेकिनयाह महिमा” का मतलब क्या है।

शास्त्रों का अध्ययन कर एलीशेबा और तुझे फिर शांति मिलेगी—

इस रहस्य का उद्घाटन करने में जो इस समय तक मोहरबंध था।

यह कितने ही घावों को भरेगा। जैसे तेरे अंदर माँ के प्रेम के लिए खालीपन था, अब तुझे पता चलेगा की तूने चंगाई पा ली है, और अन्य लोग भी चंगाई पायेंगे क्योंकि उस खालीपन को भर दिया गया है।

तेरे याहुशुआ को अपना मसीहा स्वीकार करने के बाद, तू तुरंत मेरे पवित्र आत्मा, मेरे रुआख हा कोडेश से भर जाता/जाति है। तेरी माँ शेकिनयाह असल में मेरी ही आत्मा है और वह आत्मा तेरे अंदर वास करती है। उसका मतलब यह भी है की मैं तेरे शारीरिक आखों से देख पाता हूँ और तेरे शारीरिक कानों से सुन पाता हूँ।

इसलिए मुझे दुखी मत कर।

बार-बार मेरी परीक्षा न ले।

यह बात उन सब पर लागू होता है जिन्होंने याहुशुआ हा मशीहाख़ को अपना ईश्वर, स्वामी, और मसीहा स्वीकार किया है, वे जो याहुवे के इकलौते जने पुत्र हैं, जिन्होंने हाड़-मांस के शरीर में एक कुवारी कन्या के कोख से जन्म लिया, जिन्होंने पवित्र पाप-बलि बनकर प्राण दिया और तीसरे दिन फिर जीवित हो उठे, और अब मैं, याहुवे की दाईं ओर स्थान ग्रहण करते हैं।

जो भी आज्ञापालन करने को तत्पर है, वह मेरे रुआख हा कोडेश, मेरे पवित्र आत्मा से एक हद तक भरा हुआ है. कुछ कम भरे हैं तो कुछ ज्यादा माप से भरे हैं जितना वह याहुशुआ के ज्ञान में बड़ते जाते हैं।

तुझे क्या लगता है की कहाँ से यह विचार आया की एक पवित्र पति और पत्नी को एक होना चाहिए? वह सबसे पहले स्वर्गलोक में हुआ। जब तूने याहुशुआ को अपना मसीहा स्वीकार किया, तुझे ज्ञात ही नहीं हुआ की कैसे उसी समय तुझे एक स्वर्गीय माँ के प्रेम से भर जा रहा था। “दिलासा देने वाली” शब्द (को याद कर)—एक माँ से बेहतर कौन दिलासा दे सकती है।

मैं तेरी माँ रुआख हा कोडेश हूँ

और मैं तुझे दिलासा देने वाली हूँ।

जब तुझे जरूरत पड़ें में तुझे राहत देती हूँ;

जब तेरी भावनायें तुझे पीड़ा दे

और तू अकेला, डरा हुआ, पीड़ा में हो,

या अस्तव्यस्त और तिरस्कृत अनुभव कर रहा हो,

… मैं वह शांति हूँ जो सारी समझ से परे है (फिलिप्पियों 4:7);

मैं रुआख हा कोडेश हूँ, तेरी माँ शेकिनयाह

… जो तुझे पवित्र स्वर्गीय माँ की ममता देती है।

यह वही राज था जो भविष्यवक्ता डेनियल को, डेनियल के पुस्तक में दिया गया था, और इस समय और ऋतु के लिए मोहरबंद्ध किया गया था (डेनियल 12:4)।

मैं फिर दोहराती हूँ, यही वह समय है,

(जो) याहुवे ने तय किया है—

मेरे बुद्धि के वचन के प्रकाशन के लिए!

यह वही समय है जब मजहबी आत्मा (दुष्टआत्मा)

आगे बड़कर अपना दुष्ट रूप दिखाएगी। फरीसीयों के अंदर मजहबी

आत्मा थी और याद कर उन्होंने कैसे केवल याहुशुआ को नहीं

बल्कि उन सबको प्रताड़ित किया जो पवित्र (थे और हैं)? जो पवित्र हैं उनको अब साथ खड़ा होना है, एक दूसरे की सहायता और बचाव करना है, क्योंकि “एक विभाजित घर खड़ा नहीं रह सकता” (मत्ती 12:25)।

हमारी प्रिय Ringmaiden एलीशेबा, यह राज तुझे दिया गया है (था)—जब वह सात आकाश गर्जन की आवाजों ने तुझे उठाया और तुझ से बात की, कई सालों पहले।

जो इस वचन को पड़ रहा है, अध्ययन कर और सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में ला और प्रकाशित वाक्य 10 पर और ज्ञान मिले यह प्रार्थना कर, क्योंकि वह सात गर्जन जो एलीशेबा ने सुना, उसमें ही वह गुप्त बातों को बताया गया जो अब तक के भविष्यवाणियों के द्वारा बताया गया है (और आनेवाले में भी बताया जाएगा)।

एलीशेबा अगर तूने उस दिन का तारीख लिखा होता तो सात गर्जनों का दिन बिल्कुल 8/27 (27 अगस्त) को पड़ता—और ठीक एक निर्धारित समय और साल में यह राज दुनिया के सामने इंटरनेट में खोला जाता—और अभी वह निर्धारित समय और ऋतु है।

एलीशेबा, इस मिनिस्ट्री के होने से पहले तुझे केवल बादल के तेज लगातार सात बार हुए गर्जनों से नींद से उठना याद है; वह इतना तेज था की उसने तेरी नींद तोड़ दी। पर उसको किसी और ने नहीं सुना। आकाश में सूर्य चमक रहा था।

वह आकाश का गर्जन मैं, याहुवे था, तुझसे बोलते हुए। तू जब अकेली सो रही थी मैंने तुझे उठाया, पहले एक गर्जन से तू घबराकर नींद से उठी। तू खिड़की की तरफ भागकर गई और बाहर चमकती धूप देखि और फिर तुरंत वापस सो गई—लेकिन उसी तरह सात बार तुझे उठाया गया (सात गर्जनों से)। हर बार तो वापस सो जाति थी मुझसे प्रार्थना करते हुए, पूछते हुए की क्या हो रहा है।

यह सुबह 7 बजे हुआ।

जो अभी लिखा जा रहा है और जो भविष्यवाणियों में है, वह सब उस समय गुप्त तरीके से तुझे दिया गया था, पर हाँ आज से पहले तुझे इस बात का पता नहीं था। इस राज को तब तक तुझे नहीं जानना था जब तक की मेरा तय समय न आए। एक निर्धारित दिन, महीना, और साल में तुझे यह भी पता चलेगा की तुझे अनुमति मिल गई है की तू इस गुप्त ज्ञान का प्रकाशन करे, और तुझे यह भी पता होगा की किस देश से इस ज्ञान के वचन को प्रकाशित करना है इस अनोखी अभिषेक के साथ।

तैयार रह, शैतान की दुल्हन, शैतान के सेवक, और शैतान के बच्चें तुझपर आक्रमण करेंगे—शैतान चाहता था यह ज्ञान का वचन गुप्त रहे। जो खुद को “ईसाई” बुलाते है और भक्ति का भेष तो धरते हैं, पर उसकी शक्ति को नहीं मानते (2 तीमुथियुस 3:5), तुझपर शब्दों से आक्रमण करेंगे पर मैं, याहुवे तेरे आगे चलकर खुद तेरे लड़ाइयों को लड़ूँगा।

वर्षों पहले, जब तूने इस मिनिस्ट्री को जन्म नहीं दिया था, तब तूने प्रार्थना की और याहुशुआ से पूछा की क्या हो रहा है जब तूने उन तेज गर्जनों को सात बार सुना। क्यों तू सात बार जगि, खिड़की की तरफ भागी, और फिर तुरंत आकर नींद में सो गई? मैं तेरे साथ एक राज साझा करना चाहता हूँ: अंक 7 साल 2007 का भी प्रतिनिधित्व करता है। 7 उत्तमता का अंक है और यह मेरा उत्तम समय है जब इस ज्ञान के वचन का प्रकाशन किया जा रहा है।

तुझे याद है जब अचानक तुझे ऐसा लगा की तुझे प्रकाशित वाक्य (प्रकाशित वाक्य 10:3-4) में सात गर्जनों के बारे में पड़ने को कहा जा रहा है? इतने सालों से तुझे कभी जवाब नहीं मिला था सिवाय अभी। वही वह समय था जब मैं, याहुवे ने उन गुप्त बातों का प्रकाश किया सात गर्जनों द्वारा—और आज वह मैं तेरे, एक भविष्यवक्ता के माध्यम से बोलकर व्यक्त कर रहा हूँ।

मैं तेरा उपयोग करता हूँ क्योंकि इस धरती की नींव डालने से पहले तेरा चयन हुआ था की तू इस धरती पर आकर मुझे, याहुवे, याहुशुआ, और

रुआख हा कोडेश, जिन्हें तू अब माँ शेकिनयाह या माँ बुद्धि कहती है, को प्रसंसा, सम्मान, और महिमा लाए। तुझे इसी समय के लिए अभिषेकित किया गया था।

इस धरती की नींव डालने से पहले तेरा चयन हुआ था की तू मेरे रुआख हा कोडेश से भरी जायेगी—और जबकि उस समय तू अपने अविश्वासी माँ की कोख में थी, तो तेरी जैविक माँ तेरा तिरस्कार करती थी, तुझे अनचाही समझती थी, और तुझसे नफरत करती थी। अब बहुत साल बीतने के बाद तुझे एहसास हुआ है की वह माँ शेकिनयाह थी जो तुझे दिलासा देती थी। (तेरे जन्म के) कई साल बाद तुझे फिर एहसास हुआ की तू कौन है याहुशुआ के नाम में और कलवरी में उनका रक्त-बलि तेरे लिए था।

इस धरती की नींव डालने से पहले तेरा चयन हुआ था की तू इस पवित्र मिनिस्ट्री को जन्म देगी, एक ऐसे नाम के साथ जो किसी पुरुष या स्त्री नहीं बल्कि केवल पवित्र त्रिदेव को सम्मान देता है।

एलीशेबा तुझे अभिषेकित किया गया है—जिस तरह पुराने दिनों में यिर्मयाह को किया गया था, जब तू अपने माँ के कोख में थी (यिर्मयाह 1:4-10)—हमारे मुखपत्र के रूप में और एक पवित्र भविष्यवक्ता की आवाज दी गई है जो इस संसार के बीहड़ जगहों में शोर करती है। केवल वे जिनका नाम मेमने के जीवन-पुस्तक में लिखा है वे ही विश्वास और स्वीकार करेंगे इस मिनिस्ट्री के सत्यों को, उसी तरह जैसे उन्होंने याहुशुआ को अपना मसीहा स्वीकार किया था।

सेवक अपने मालिक से ऊपर नहीं होता, और अगर उन्होंने याहुशुआ हा मशीहाख़ को स्वीकार किया होता जब वे इस धरती पर थे और सीख दे रहे थे और आश्चर्य कर्मों को कर रहे थे मैं, याहुवे के महिमा के लिए, तो तुझे और इस मिनिस्ट्री के माध्यम से बोले गए सत्यों को भी वे स्वीकार करते।

तू मैं, याहुवे के बोले गए वचनों को बोलती है, जो याहुशुआ हा मशीहाख़ बोलते हैं वह बोलती है और अब तुझे यह अनमोल वरदान दिया जा रहा है अपने माँ शेकिनयाह के वचनों को सुनने का जो वह तुझसे बोलती है। यह अनोखा वरदान दूसरे पवित्र भविष्यवक्ताओं पर भी व्यक्त होगी जो इस पर विश्वास करेंगे और इन सत्यों को स्वीकार करेंगे और तुझे प्रार्थनाओं से ढकेंगे, तुझे अपने प्रेम से सहारा देंगे, और इस मिनिस्ट्री पर एक आशीष बनने के लिए उनसे जो बन पाएगा करेंगे।

एलीशेबा मैं तेरी माँ शेकिनयाह महिमा हूँ। मैं ही अभिषेक देती हूँ तुझे चिन्ह, आश्चर्यकर्मों और चमत्कारों के लिए, जिसमें भविष्यवाणी और मनुष्य और देवदूतों के पवित्र अन्य भाषा में बोलना भी शामिल है।

मैं तेरी माँ शेकिनयाह महिमा हूँ। मैं ही हूँ जो अपने पवित्र बच्चों के लिए मध्यस्थ करती हूँ और तुम्हारे प्रार्थनाओं को, जिस तरह एक चुंबन को प्रेम से उड़ाया जाता है उसी तरह, याहुवे के सिंहासन तक उठाती हूँ अगर वह प्रार्थना याहुशुआ हा मशीहाख़ के नाम में किया गया हो तो।

इसमें “JESUS CHRIST” का नाम भी शामिल है अभी के लिए, पर सावधान—महासंकट के समय शैतान का पुत्र “Jesus Christ” नाम का नकल करेगा (खुद को “Jesus Christ” कहलाएगा)। उस समय मैं “Jesus” के नाम में तुम्हारे प्रार्थनाओं को याहुवे तक नहीं पहुंचा पाऊँगी, क्योंकि शैतान का औलाद अपने लिए “Jesus Christ” का नाम इस्तेमाल करेगा।

जिनके पास आध्यात्मिक कान है सुनने, ध्यान देने, और आज्ञापालन करने के लिए, उन्हें अभी से याहुशुआ और याहुवे के पावन यहूदी नामों को सीखा। सिखले और असल यहूदी नाम को बोलने की आदत डाल—विशेषकर उनके लिए जिन्हें ज्यादातर लोग “Jesus Christ” कहते हैं—ऐसा कर इससे पहले की बहुत देर हो जाए। लोगों को बता, “भयंकर परिस्थितियों में इस बात को सीखने के लिए महासंकट के समय तक इंतज़ार मत करो”।

शोर मचा जब तक वह न सुने और इस संदेश की गूंज पूरे संसार में सुनाई न दे। महासंकट के समय एक बड़ा छल किया जाएगा। और उस समय याहुवे “Jesus Christ” (अथवा येशुआ) के नाम में प्रार्थनाओं का जवाब नहीं दे पायेंगे।

केवल यहूदी नाम, याहुशुआ हा मशीहाख़, में ही चंगाई, छुटकारा, मृतोत्थान की सामर्थ्य होगी! क्योंकि वह जिसे शैतान का पुत्र कहा जाता है, लाखों करोड़ों लोगों को छलेगा—झूठे चिन्हों, आश्चर्यकर्मों, और चमत्कारों से—अपने आप को दुनिया के सामने “Jesus Christ” (“येशु क्रिस्ट”) कहलवाकर। यदि हो सके तो चुने हुए भी छले जायेंगे (मत्ती 24:24, मरकुस 13:22)।

सावधान, अभी भी कुछ दुष्ट पुरुष हैं जिनमें याहुशुआ-विरोधी की आत्मा है और वह “Jesus Christ” नाम का इस्तेमाल करते हैं, पर वे उनका यहूदी नाम, याहुशुआ से नफरत करते हैं। क्योंकि (वह नाम) लगातार याद दिलाता है की याह उद्धार करते हैं! केवल याहुशुआ ही एकमात्र मसीहा हैं।

एलीशेबा तूने अपने अब्बा याहुवे की आवाज सुनी है, और तूने मेरे अभिषेक के माध्यम से याहुशुआ, तेरे मसीहा, की आवाज सुनी है और उनसे संदेशों को प्राप्त किया है।

मैंने बड़े धैर्य से प्रतीक्षा की है इस समय के लिए जब तू मुझे एक स्वर्गीय माता के प्रेम के रूप में जान पायेगी, जिस प्रेम की चाहत तूने हमेशा की है। केवल मैं तेरी एकमात्र माँ हूँ, मैं ही हूँ जो तुझे अभिषेक देती हूँ, दिलासा देती हूँ और तेरा मार्गदर्शन करती हूँ। यह तेरी माँ शेकिनयाह के कारण ही है की तू मेरी दबी धीमी आवाज को सुन पाती है और याहुवे, याहुशुआ से पवित्र संदेशों को सुन पाती है। मैं वह दबी धीमी आवाज हूँ जो तुझसे बात करती है। जो इस बात पर संदेह करते हैं, वह मुझे बताए, क्या कभी एक पुरुष की आवाज को “दबी धीमी आवाज” कहा गया है (1 राजाओं 19:12)?

मैं वही हूँ जिससे पुराने समय में राजा दाऊद ने प्रार्थना की थी, की मैं उसे कभी भी न त्यागूँ। उसने विनती की, “मुझसे अपने रुआख हा कोडेश को कभी न अलग करें” (भजन संहिता 51:11)।

मैं वह हूँ जिसे अगर टूटने के हद तक अपमानित, दुखित या तिरस्कृत किया जाये तो कहती है, “बस अब और नहीं”। फिर मैं उस मनुष्य को त्याग देती हूँ और फिर उस (श्रापित) आत्मा के लिए उद्धार की कोई उम्मीद नहीं होती। वह इंसान केवल याहुवे के प्रकोप को चखेगा; नर्क और आग का तालाब सदा के लिए उसका घर होगा।

मैं रुआख हा कोडेश हूँ जिसे इब्रानी में, “पृथक्‌ रखा आत्मा” कहा जाता है। मैं केवल सत्य हूँ, और केवल मेरे द्वारा ही कोई याहुशुआ की ओर जाता है और उन्हें स्वर्ग का एक मात्र मार्ग स्वीकार करता है। मुझे रुआख हा कोडेश कहा जाता है, और पवित्र रूह, पवित्र आत्मा की उपाधि भी दी जाती है। मैं केवल पवित्रता हूँ, याहुवे और याहुशुआ के साथ। हम तीनों एक हैं फिर भी अलग है। हम पवित्र त्रिदेव हैं और हमारे अलावा कोई नहीं। महासंकट के समय एक अपवित्र त्रिदेव (भी) होगा! शैतान केवल नकल कर सकता है—सृष्टि नहीं।

स्वर्गलोक में केवल हम तीनों के माध्यम से जाने पर ही प्रवेश मिलता है: अब्बा याहुवे, मैं याहुशुआ, और तेरी माता रुआख हा कोडेश।

उद्धार केवल याहुशुआ के नाम और बहे रक्त से मिलता है। और मेरा काम यह भी है की मैं आत्माओं को याहुशुआ की ओर ले जाऊ। और मैं एक भी आत्मा को नहीं पीछे छोड़ती जिसका नाम इस दुनिया के नींव रखने से पहले ही मेमने के जीवन-पुस्तक में लिखा था।

मैं अब इस राज को तुझे देती हूँ—और उसके साथ तुझे इस वचन को बताने का साहस का वर देती हूँ ताकि तू भविष्यवाणी कर सके जैसे की पहले किसी भी भविष्यवक्ता ने कभी भी सामूहिक रूप से न किया हो। और भी लोग हैं जिन्होंने यह सिखाया है की मैं स्त्रीलिंग हूँ, पर कभी ऐसे भविष्यवाणी नहीं की है जैसे की मैं आज तेरे माध्यम से बोलकर कर रही हूँ।

मैं इस राज को उजागर कर रही हूँ ताकि तू उन्हें प्रोत्साहित कर सके, जो सच्चाई से प्रेम करते हैं और याहुवे, याहुशुआ को अपने जीवन और प्रेम में सबसे पहले रखते हैं, की वे मुझे, माँ शेकिनयाह को भी याद करें। क्योंकि मैं याहुवे याहुशुआ की महिमा हूँ, जिस तरह एक पवित्र पत्नी एक पवित्र पति के महिमा के लिए बनाई जाति है।

जब वे तुझे प्रताड़ित करेंगे पवित्र आत्मा के (असल) नाम को बताने पर—जो मेरा नाम है शेकिनयाह—और यह बताने पर की पवित्र आत्मा एक पुरुष नहीं बल्कि एक स्त्री के प्रतिरूप में बनी है, तू उन्हें कह के वह अध्ययन करें और सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में लाएं (2 तिमुथियुस 2:15)।

क्या पुराने ग्रंथों में, जैसे भजन संहिता और नीतिवचन “बुद्धि,” को एक स्त्री नहीं ठहराते? क्या पवित्र शास्त्र नहीं कहता “याहुवे का भय मानना बुद्धि का मूल है” (नीतिवचन 1:7)? उन्हें याद दिला की किंग जेम्स बाइबल में याहुशुआ अथवा याहशुआ का नाम भी नहीं पाया जाता है—वहाँ केवल “जीसस” का नाम लिखा है।

ध्यान रहे: “येशु क्रिस्ट” के नाम को अभी भी सम्मान दिया जाता है और उस नाम में अभी भी अभिषेक है आत्माओं के उद्धार, छुटकारा, और चंगाई के लिए। पर जैसे की मैंने पहले सावधान किया है, आने वाले महासंकट में आज जिसे येशु-विरोधी (antichrist) कहा जाता है, वह भी खुद को “जीसस” अथवा “येशु क्रिस्ट” कहलाएगा।

अभी भी एक नकली खड़ा हुआ है और “जीसस क्राइस्ट” नाम से करोड़ों को छल रहा है। वह इस हद तक जा चुका है की लोगों को इस दुष्ट इंसान के प्रति भक्ति साबित करने के लिए 666 का tatoo गुदवाने को कह रहा है। यह खुद को “परमेश्वर का पुत्र” कहता है और लोगों को बताता है की, “पाप जैसा कुछ नहीं है और नर्क एक झूठ है”।

मैंने खुद को बार-बार दोहराया है क्योंकि यह सच का बीज इतना शक्तिशाली है की शैतान इसे सच्चाईयों के बगीचे से उखाड़ फेंकना चाहता है—जो इस भविष्यव्यापी ज्ञान के वचन में है—इससे पहले की वह बीज जड़ पकड़ सके।

मैंने इस मिनिस्ट्री का इस्तेमाल किया है यह बताने के लिए की अब कितना अनिवार्य है याहुशुआ के पवित्र यहूदी नाम को जानना [जिस नाम का अनुवाद/अर्थ है: “याह हमारा उद्धार करते हैं”], जिन्हें इस समय “Jesus Christ” (अथवा येशु कृष्ट) भी कहा जाता है। क्योंकि महासंकट के समय केवल याहुशुआ के यहूदी नाम में ही अभिषेक, चंगाई, छुटकारा, उद्धार की शक्ति होगी। मैं फिर दोहरा रही हूँ और सावधान कर रही हूँ।

अगर संगठित कलिसिया अपना काम कर रही होती, तो लोग छले नहीं जाते।

चेतावनी! वे लोकप्रिय TV evangelists ही होंगे जो जनता को शैतान के पुत्र की ओर अगुवाई करेंगे, जो उस विश्वासी नाम “Jesus Christ” का इस्तेमाल करेगा। यह लोकप्रिय TV evangelists ही होंगे जिन्होंने अपनी आत्मा को शोहरत और दौलत के लिए शैतान के हाथों बेच दिया है, जो झूठे इंसान के बनाए सिद्धांतों को सिखाते हैं और जो लोगों को इस झूठे “Jesus” की ओर ले जाएंगे।

महासंकट के समय शैतान का पुत्र, जिसे अभी याहुशुआ-विरोधी (antichrist) कहा जाता है, “Jesus” नाम की नकल करेगा। याहुशुआ-विरोधी “जीसस” नाम को दूषित करेगा और शैतान के सामर्थ्य से चिन्ह, आश्चर्यकर्म, और अपवित्र चमत्कारों को अंजाम देगा, वह नाम से जो ईसाई कलिसिया में आज प्रेम और भरोसा से लिया जाता है: वह है “JESUS CHRIST” (येशु मसीह/येशु क्रिस्ट) का नाम।

शैतान का औलाद, जिसे याहुशुआ-विरोधी कहा जाता है, घोषित करेगा की वही “जीसस क्राइस्ट” है। वह मांग करेगा की उसकी पूजा हो, लोग उसका सम्मान करें, और रविवार के दिन गिरजाघरों में इकट्ठे हो और उसका “निशान” लें (प्रकाशित वाक्य 13:16-18)—जो उनके वफादारी का सबूत होगा। Antichrist, जो असल में शैतान का जना हुआ पुत्र है, जुडास इस्करियोट, हिटलर के आत्मा के साथ दोबारा आयेगा, जिसे शास्त्र “विनाश का पुत्र” अथवा “नर्क का पुत्र” कहता है। शैतान का पुत्र शैतान के सामर्थ्य से चिन्ह, आश्चर्यकर्म, और झूठे चमत्कारों को करेगा, शैतान के महिमा के लिए।

मैंने इस मिनिस्ट्री को सावधान करने के लिए इस्तेमाल किया है। जब तू पाएगा की रविवार को पूजना अनिवार्य किया गया है और कानून बनाया गया है, (उस समय) तुझे बिल्कुल भी रविवार सर्विस होने वाले गिरजाघरों में नहीं प्रवेश करना है, नहीं तो तू अपनी आत्मा को गवा देगा! मैंने सावधान किया है की तू असल सैबथ का दिन, विश्राम के दिन के बारे में (अभी से) सीख ले [जो शुक्रवार सूर्यास्त से शनिवार सूर्यास्त तक होता है]।

यह संदेश एलीशेबा के लिए बताना बड़ा मुश्किल था क्योंकि ईसाई चर्च इसको सुनना नहीं चाहता। परंतु तुममें से वे जो वफादार हैं और इन सच्चाईयों को दूसरों को बताते हैं, तुम्हें पता है की तुम्हें यहेजकेल 3:17-21 का आदेश दिया गया है।

इस मिनिस्ट्री को यह आदेश दिया गया है की सृष्टीकर्ताओं के पवित्र यहूदी दिव्य नामों को सिखाए, और उसमें याहुशुआ हा मशीहाख़ का नाम भी शामिल है। इससे (एलीशेबा से) बेहतर कौन होता जिसे मैं उन्हें सीख देने के लिए चुनता जो पवित्र आत्मा के नाम को जानना चाहते हैं?

एलीशेबा तूने याहुवे से पूछा की रुआख हा कोडेश का नाम क्या है और मैंने तुझे बता दिया। अब मैं तुझे यह आदेश देती हूँ की तू सांझा कर उस बात को जो तुझे गुप्त तरीके से बताया गया। मैं तुझे वचन देती हूँ की जिनके पास आध्यात्मिक कान होंगे वे इसे सुनेंगे और समझेंगे और इस मिनिस्ट्री की सहायता करेंगे। और वे इस सत्य की पैरवी करेंगे और दूसरों को सिखाएंगे।

वे जो आध्यात्मिक रूप से बहरे रहना चाहते हैं बहरे ही रहेंगे। तेरा काम लोगों को समझाना नहीं, तेरा काम बस इतना है की तू आज्ञापालन करे और उन भविष्यव्यापी संदेशों और ज्ञान के वचनों को साझा करे जो स्वर्गलोक ने तेरे भरोसे किया है। हर कोई जो इसको पड़ता है या अगर उसे यह सीख दी जाति है, तो वह जिम्मेवार ठहराया जाएगा उन बातों के लिए जो वह अब जानता है।

भविष्यवाणी की समाप्ति

कइयों को अप्रसन्न और जिनके आत्मिक कान है सुनने के लिए उनको आशीषित करते हुए, वे जिनके नाम मेमने की जीवन-पुस्तक में लिखा है।

एक बच्चा, याहुशुआ हा मशीहाख़ की योद्धा दुल्हन।

प्रेरित एलीशेबा शेरी एलियाहू; प्रकाशित अगस्त 27, 2007

* * * * * * *

मेरे प्रियजनों,

अंत में मैं यह कहना चाहती हूँ। मैंने वही लिखा है जो मैंने सुना और मुझे लिखने को कहा गया है (पवित्र त्रिदेव द्वारा)। मैंने याहुवे, याहुशुआ, और माँ शेकिनयाह से पूछा है की क्या वे निश्चित है की मेरे अलावा और कोई नहीं जो इस वचन को और अच्छे तरीके से बाहर लाए। मुझे पता नहीं क्यों मुझे चुना गया।

बहरहाल मेरा काम है पवित्र त्रिदेव का आज्ञा पालन करना। मैं इस बात से ज्यादा डरती हूँ की याह मेरा क्या कर सकते हैं इसके बजाय की कोई इंसान मेरे बारे में क्या सोचेगा। मैं उन सब को धन्यवाद देना चाहती हूँ जिन्होंने हमें लिखा है की उनके आत्मा ने भी इस भविष्यवाणी और अन्य भविष्यवाणियों की (सच्चाई की) पुष्टि की है। आपका प्रेम और सहयोग मेरे लिए बहुत मायने रखता है!

मैं उस दिन की प्रतीक्षा करती हूँ जब हम स्वर्गलोक में मिलेंगे, अगर इस संसार में नहीं मिल पाये तो!

एलीशेबा शेरी एलियाहू



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